नई दिल्ली. इंडोनेशिया के बाली में G-20 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की मुलाकात के बाद भारतीय नागरिकों के हित में एक अच्छी खबर है, दरअसल, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ऋषि सुनक ने भारत के हक़ में एक फैसला सुनाया है. ऋषि सुनक ने युवा पेशेवरों को […]
नई दिल्ली. इंडोनेशिया के बाली में G-20 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की मुलाकात के बाद भारतीय नागरिकों के हित में एक अच्छी खबर है, दरअसल, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ऋषि सुनक ने भारत के हक़ में एक फैसला सुनाया है. ऋषि सुनक ने युवा पेशेवरों को हर साल ब्रिटेन में काम करने के लिए 3,000 वीजा देने की हरी झंडी दे दी है, इस संबंध में ब्रिटिश सरकार ने कहा कि भारत इस तरह की योजना से लाभान्वित होने वाला पहला वीजा-राष्ट्रीय देश है, जो पिछले साल ब्रिटेन-भारत प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी की ताकत पर प्रकाश डालेगा.
पीएम मोदी और ऋषि सुनक के इस फैसले के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज ब्रिटेन-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स स्कीम की पुष्टि की गई, जिसमें 18-30 वर्षीय डिग्री-शिक्षित भारतीय नागरिकों को 3,000 स्थानों की पेशकश की गई जिससे वे ब्रिटेन में आकर दो साल तक रह सकें और यहाँ काम कर सकें.
इस संबंध में डाइनिंग स्ट्रीक की ओर से बयान जारी करके कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन के बीच रिश्ते के लिहाज से यह योजना काफी ख़ास है, ब्रिटेन का भारत के साथ इंडो पैसिफिक रीजन के अन्य देशों की तुलना में कहीं ज्यादा गहरा रिश्ता है, ब्रिटेन में लगभग एक चौथाई अंतरराष्ट्रीय छात्र भारत के हैं, भारतीय निवेश से यूके में 95 हजार रोजगार मिलता है.
ऋषि सुनक ने कई मौकों पर अपनी हिंदू पहचान जाहिर की है. वह एक ब्रिटिश होते हुए भी अपने धर्म एव संस्कृति को नही भूले नहीं, बता दें कि सुनक को डिशी ऋषि के नाम से भी जाना जाता है. ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति इंफोसिस के फाउंडर एन आर नारायण मूर्ति की बेटी हैं.
‘पोलैंड पर रूसी मिसाइल हमला संभव नहीं, पहले जांच होगी’- अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन
मामूली बात पर गायक और डांसर को बीच सड़क पर मारी गोली, आरोपी घटना स्थल से फरार