नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। बता दें, वहां उन्होंने उनसे भारत में मुसलमानों के खिलाफ कथित हिंसा के बारे में पूछा गया। इसके जवाब में सीतारमण ने कहा कि अगर भारत में मुसलमानों का जीवन मुश्किल हो गया है तो आजादी के बाद से मुस्लिम आबादी क्यों बढ़ रही है? अपने इस बयान के बाद वित्त मंत्री ने पड़ोसी देश पाकिस्तान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारतीय मुसलमानों की स्थिति पाकिस्तान से बेहतर है।
दरअसल, 9 अप्रैल को वित्त मंत्री IMF और विश्व बैंक की बैठक में शामिल होने के लिए वाशिंगटन पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने Peterson Institute for International Economics PIIE में एक कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने PIIE के Adam S. Posen से भी बातचीत की। इसके बाद उनसे भारत के बारे में कई सवाल किए ।
Adam S. Posen ने पूछा कि पश्चिमी मीडिया भारतीय विपक्षी सांसदों की दुर्दशा और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की रिपोर्ट क्यों करता है। इस पर निर्मला सीतारमण ने कहा, भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है। यह आबादी धीरे-धीरे और बढ़ रही है। अगर ऐसी धारणा है कि भारत में मुसलमानों का जीवन मुश्किल हो गया है, तो क्या 1947 के बाद से मुस्लिम आबादी में कोई इजाफा होता?
मिली जानकारी के मुताबिक, निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत के मुसलमानों के हालात पाकिस्तान में रहने वाले मुसलमानों से अच्छे है। उन्होंने कहा कि बंटवारे के वक्त पाकिस्तान को इस्लामिक देश घोषित कर दिया गया था। उस वक़्त पाकिस्तान ने कहा था कि अल्पसंख्यकों की रक्षा की जाएगी। लेकिन वहां के हालात किसी से छुपे नहीं है।
पाकिस्तान में हर एक अल्पसंख्यक की संख्या घट रही है। कुछ मुस्लिम संप्रदायों का पूरी तरह से सफाया कर दिया गया है। मुजाहिरों और शियाओं सभी समूहों के साथ हिंसा होती है। उन्होंने यह भी कहा, भारत में आप देखेंगे कि मुसलमानों का हर तबका अपना बिजनेस करता है, उनके बच्चे पढ़ते हैं। सरकार उन्हें अनुदान (फेलोशिप ) दे रही है।
प्रकाश झा द्वारा निर्देशित वेब सीरीज आश्रम 2020 में बॉबी देओल मुख्य भूमिका में नजर…
भव्य महाकुंभ के मेले दुनियाभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस दौरान त्रिवेणी संगम पर आस्था…
उत्तर प्रदेश के इटावा में एक किशोर को जबरन किन्नर बनाने का मामला सामने आया…
गृह मंत्री शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष के इस्तीफा मांगने वाली मांग का भी जवाब दिया।…
परीक्षा पे चर्चा 2025' के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के इच्छुक छात्र 14 जनवरी 2025 तक…
जेपीसी इस बिल पर सभी सियासी दलों के प्रतिनिधियों के साथ गहन चर्चा करेगी। बताया…