नई दिल्ली : अमेरिका को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहां पर लगातार बैंक बंद हो रहे हैं. सिग्नेचर बैंक न्यूयॉर्क का एक क्षेत्रीय बैंक है बीते शुक्रवार को इसके शेयर में काफी गिरावट देखी गई. यह बैंक नेवादा, कैलिफोर्निया और उत्तरी कैरोलिना में ग्राहकों को सेवाएं देता है. सितंबर 2022 में […]
नई दिल्ली : अमेरिका को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहां पर लगातार बैंक बंद हो रहे हैं. सिग्नेचर बैंक न्यूयॉर्क का एक क्षेत्रीय बैंक है बीते शुक्रवार को इसके शेयर में काफी गिरावट देखी गई. यह बैंक नेवादा, कैलिफोर्निया और उत्तरी कैरोलिना में ग्राहकों को सेवाएं देता है. सितंबर 2022 में इस बैंक की जमा राशि का लगभग एक चौथाई क्रिप्टो करेंसी के सेक्टर से आया था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सिलिकॉन वैली बैंक के बाद सिग्नेचर बैंक पर गाज गिरी. अमेरिका में लगातार एक के बाद एक बैंकों पर ताला लटक रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार FDIC ( फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉपरेशन ) ने सिग्नेचर बैंक को अपने नियंत्रण में ले लिया है. जिसके पास पिछले साल यानी 2022 में अंत में 110.36 अरब डॉलर की संपत्ति थी. जबकि सिग्नेचर बैंक में जमा राशि 88.59 अरब डॉलर थी.
तीसरी बार अमेरिका के बैंकिंग इतिहास में ऐसा हुआ है. इसके 2 दिन पहले ही सिलिकॉन वैली बैंक को बंद कर दिया गया था. अमेरिका के बैंकिंग सेक्टर में 2008 में सबसे बड़ा संकट आया था. 2008 में अमेरिका की बैंकिंग फर्म लेहमन ब्रदर्स ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया था. उसी के बाद अमेरिका सहित पूरी विश्व में मंदी आई थी. 2008 में पूरे विश्व की इकोनॉमी क्रैश हो गई थी.
सिग्नेचर बैंक में शुक्रवार को शेयर में काफी गिरावट देखी गई थी. वहीं बैंकिंग संकट के बीच यूएस ट्रेजरी विभाग और अन्य बैंक नियामकों ने एक संयुक्त बयान दिया. बयान में कहा कि सिग्नेटर और सिलिकॉन वैली बैंक के सभी जमाकर्ताओं को नुकसान नहीं उठाना होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि सिलिकॉन वैली बैंक अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक है. उन्होंने कहा कि इसमें जिन लोगों ने भी गड़बड़ी की है वे लोग पूरी तरह से जवाबदेह है. राष्ट्रपति ने कहा कि बड़े बैंकों को निरीक्षण को मजबूत करने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं.