नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 दिसंबर शनिवार को कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे। यहां भारतीय समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी को बधाई दी और उनके स्वागत में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। हाला कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुवैत और गुजरात के व्यापारियों के बीच एक अनोखा रिश्ता है। कुवैत के कई व्यापारियों ने मुंबई, कोलकाता और पोरबंदर में ऑफिस खोले हैं। मोहम्मद अली रोड पर कई कुवैती परिवार रहते हैं। लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि कुवैत में 60-65 साल पहले भारतीय रुपये का इस्तेमाल उसी तरह होता था, जैसे भारत में होता है।
कुवैत से भारत के रिश्ते कैसे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और कुवैत ने हमेशा एक दूसरे की मदद की है। जब भारत को सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब कुवैत ने सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई की। भारत ने वैक्सीन और मेडिकल टीम भेजकर कोरोना से लड़ने की हिम्मत भी दी।
पीएम मोदी ने कहा, “आज कुवैत में एक छोटा भारत दिख रहा है। भारत और कुवैत के बीच संबंध सभ्यताओं के हैं, सागर के हैं…व्यापार और व्यवसाय के हैं। भारत और कुवैत अरब सागर के दो किनारों पर बसे हैं। हम सिर्फ कूटनीति से ही नहीं बल्कि दिलों से भी जुड़े हुए हैं। हमारा वर्तमान ही नहीं बल्कि हमारा अतीत भी हमें जोड़ता है।”
हाला मोदी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत दुनिया के उन देशों में से एक है, जिसने कुवैत को आजादी के बाद मान्यता दी। इसलिए जिस देश और समाज से मेरी इतनी यादें जुड़ी हैं, वहां आना मेरे लिए बहुत यादगार है। मैं कुवैत के लोगों और यहां की सरकार का बहुत आभारी हूं।
पीएम मोदी ने इवेंट को संबोधित करते हुए कहा, “आज का भारत एक नये मिजाज के साथ आगे बढ़ रहा है.आज भारत, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. दुनिया का नंबर वन फिनटेक इको-सिस्टम भारत में है. दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको-सिस्टम भारत में है. आज भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश है. भविष्य का भारत, दुनिया के विकास का हब होगा..दुनिया का ग्रोथ इंजन होगा.”
पीएम ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि अतीत में संस्कृति और वाणिज्य से जो रिश्ते बने थे, वे नई सदी में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहे हैं। आज कुवैत भारत का बहुत महत्वपूर्ण ऊर्जा और व्यापार साझेदार है। भारत कुवैती कंपनियों के लिए भी एक बड़ा निवेश स्थल है।
कोरोना महामारी के दौरान दोनों देशों ने हर स्तर पर मदद की। कुवैत ने भारत को लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति की। भारत ने वैक्सीन और मेडिकल टीमें भेजकर कुवैत को इस संकट से लड़ने का साहस भी दिया। भारत ने अपने बंदरगाहों को खुला रखा। इसी साल जून में कुवैत में इतना बड़ा हादसा हुआ, आग लगने की घटना में कई भारतीयों की जान चली गई। उस समय कुवैत सरकार ने जो सहयोग दिया, वह कोई भाई ही कर सकता है।
भारत दुनिया के उन पहले देशों में से एक है, जिसने कुवैत को उसकी आजादी के बाद मान्यता दी। इसलिए जिस देश, जिस समाज से इतनी यादें जुड़ी हैं, वहां आना मेरे लिए बहुत यादगार है। मैं कुवैत की जनता और उसकी सरकार का बहुत आभारी हूँ।
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय स्टार्टअप कुवैत की हर जरूरत के लिए अत्याधुनिक समाधान तैयार कर सकते हैं, चाहे वह फिनटेक हो या हेल्थकेयर, स्मार्ट सिटीज हो या ग्रीन टेक्नोलॉजी। भारत के कुशल युवा कुवैत की भविष्य की यात्रा को भी नई ताकत दे सकते हैं। भारत आज दुनिया की स्किल हब बनने की क्षमता भी रखता है इसलिए, भारत में दुनिया की कौशल मांग को पूरा करने की क्षमता है।
पीएम ने प्रवासी भारतीयों को भारत आने का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि नए साल का पहला महीना जनवरी 2025 इस बार कई राष्ट्रीय त्योहारों का महीना होने जा रहा है। इस साल आज से 10 जनवरी तक भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन किया जाएगा। इसमें दुनियाभर से लोग आएंगे। मैं आप सभी को इसके लिए आमंत्रित करता हूं। प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। यह 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। आप इसमें हिस्सा लेने के लिए भारत आएं और अपने कुवैती दोस्तों को भी साथ लाएं।
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