नई दिल्ली। ब्रिटेन की महारानी एजिलाबेथ की जितनी ज्यादा चर्चा डायनेस्टी के लिए होती थी उतनी ही चर्चा का विषय उनका ड्रेस कोड भी रहता था। महारानी कपड़ो की बहुत शौकिन थी, तभी अपने 70 साल के शासनकाल में उन्होंने कैनरी येलो से लेकर नेवी ब्लू, फ्यूशिया और लाइम ग्रीम रंग के हर शेड को अपनाया।
महारानी अक्सर अलग-अलग मौको पर अलग-अलग कपड़ो का कॉम्बिनेशन पहना करती थी। महारानी के अंदाज का पता उनके हाव-भाव के अलावा कपड़ो से भी पता चलता था। या ये कहें कि अक्सर उनके अंदाज को प्रदर्शित करने में कपड़ो की महत्वपूर्ण भूमिका रहती थी, जो उनकी खुद की तैयार की गई यूनिफार्म स्टाइल थी।
महारानी एजिलाबेथ की अनोखी वस्त्र शैली को तैयार करने में उनके सहयोगियों और डिजाइनरों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जो दशको तक इस काम को करते रहें। महारानी के लिए ड्रेस कोड तैयार करने का सिलसिला नॉर्मन हार्टनेल से शुरू हुआ, जिन्होंने 1947 में प्रिंस फिलिप और एलिजाबेथ के शादी करने के दौरान उनके लिए पोशाक बनाई थी। उस समय ये ड्रेस काफी चर्चा का विषय बना था। पोशाक की खास बात ये थी कि ये डचेस साटन से निर्मित था, जिसमें क्रिस्टल और 10,000 बीज मोती से सजाया गया था। यह वह समय था जब पूरा ब्रिटेन दूसरे विश्व युद्ध के मार के उभर रहा था।
महारानी के जीवन का दूसरा सबसे खास मौका 1953 में उनके राज्याभिषेक का था। इस समय भी उनके लिए खास पोशाक बनाने का काम हार्टनेल ने ही किया था। हार्टनेल ने महारानी के लिए रेशम की पोशाक तैयार की थी, जिसमें सोने, चांदी के अलावा हरे और गुलाबी रंग की कढ़ाई की गई थी। इस ड्रेस में उन देशों के प्रतीक को भी उकेरा गया था, जिसपर कभी ब्रिटेन का शासन हुआ करता था।
डिजाइनर ने इस पोशाक के बारे में कहा था कि, “ इसमें आकाश, पृथ्वी, सूर्य, चंद्रमा, सितारों और हर उस ऐतिहासिक चीज से प्रेरणा ली गई है जिसकी एक पोशाक पर कढ़ाई की जा सके।”
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने डियो कैडर में सहायक ऑपरेटर और…
रेलवे भर्ती बोर्ड ने एक बार फिर भारतीयों का पिटारा खोल दिया है। बोर्ड ने…
महाराष्ट्र में छगन भुजबल के अजित पवार वाली एनसीपी के नेता भुजबल नई सरकार में…
रविचंद्रन अश्विन ने 2024 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान अचानक रिटायरमेंट लेने का फैसला किया…
गुरुवार को अंबेडकर विवाद को लेकर संसद में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। इस दौरान…
25 साल की सेवा पूरी करने के बाद कर्मी अपने गृह क्षेत्र के नजदीक जा…