नई दिल्ली: कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर को अज्ञात आरोपों में भारत के 8 पूर्व नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी जिसके खिलाफ भारत द्वारा एक याचिका दायर की गई. वहीं कतर की अदालत ने 23 नवंबर को अपील स्वीकार कर लिया है और इस मामले में जल्द ही सुनवाई होगी. यह […]
नई दिल्ली: कतर की अदालत ने 26 अक्टूबर को अज्ञात आरोपों में भारत के 8 पूर्व नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी जिसके खिलाफ भारत द्वारा एक याचिका दायर की गई. वहीं कतर की अदालत ने 23 नवंबर को अपील स्वीकार कर लिया है और इस मामले में जल्द ही सुनवाई होगी. यह फैसला बीते 26 अक्टूबर को कतर की अदालत ने सुनाया था. ये सभी कंसल्टेंसी सर्विसेज और डहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज के साथ काम करते थे. पिछले साल अगस्त महीने में उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
आपको बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 16 नवंबर को इस बात की पुष्टि की थी. उन्होंने कहा कि इस फैसले के खिलाफ भारत सरकार के द्वारा अपील दायर करने की बात कही थी. वहीं कुछ दिनों बाद अपील स्वीकार कर ली गई. इसके बाद 23 नवंबर को अदालत ने पहली सुनवाई करने का फैसला किया. अदालत ने 23 नवंबर को सुनवाई के दौरान अपील को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया. अगली सुनवाई के लिए तारीख जल्द तय की जाएगी।
गिरफ्तार भारतीयों की पहचान कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर सुगुनाकर पकाला कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेदु तिवारी और नाविक रागेश के रूप में हुई है जो भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी हैं।
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