नई दिल्ली: यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग को एक साल होने को है लेकिन ये जंग कहीं पर भी थमने का नाम नहीं ले रही है. दोनों देशों के बीच युद्ध को एक साल पूरे होने पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी अपने देश को संबोधित किया. उन्होंने रूस की राजधानी मॉस्को के गोस्टिवनी डावर हॉल में भाषाण दिया जिसपर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी थीं. इस दौरान कयास लगाए जा रहे थे कि पुतिन कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं.
भाषण के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि लगातार नाजी खतरों से जूझ रहा रूस यूक्रेन में ‘स्पेशल ऑपरेशन’ कर रहा है. इसके आल्वा रूसी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में ख़ास तौर पर भारत का ज़िक्र भी किया. राष्ट्रपति पुतिन ने बताया कि रूस भारत के साथ अपने सहयोग और व्यापार को बढ़ाना जारी रखेगा. रूसी राष्ट्रपति ने भारत, चीन आदि देशों से व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर (INSTC) के विस्तार का भी ऐलान किया है. साथ ही पुतिन ने बताया कि नए लॉजिस्टिक कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा.
पुतिन ने अपनी इस योजना पर बात करते हुए आगे कहा, ‘रेलवे का आधुनिकीकरण और उत्तरी शिपिंग मार्गों में सुधार भी हमारी योजना का हिस्सा है. हम ब्लैक एंड अजोव समुद्री मार्गों, नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के बंदरगाहों का विकास करेंगे और उत्तरी समुद्री मार्ग की क्षमताओं को बढ़ाएंगे. इससे चीन, भारत, ईरान और अन्य मित्र देशों के साथ सहयोग का विस्तार और गहरा होगा.’ इसके अलावा पुतिन ने पकिस्तान के साथ भी सहयोग बढ़ाने की उम्मीद जताई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति के यूक्रेन दौरे के ठीक अगले दिन ही राष्ट्रपति पुतिन ने रूस की जनता को संबोधित किया. पुतिन के इस संबोधन पर दुनिया भर के लोगों की निगाहें टिकी थीं जहां उम्मीद लगाई जा रही थी कि पुतिन कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं. इस दौरान रूसी राष्ट्रपति अमेरिका और पश्चिमी देशों पर बरसते नज़र आए. अपने इस संबोधन में पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन में वही खेल खेला है जो इन्होंने सीरिया और ईराक के साथ किया था.
रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि विशेष अभियान शुरू होने से पहले ही पश्चिमी देश यूक्रेन को हवाई रक्षा की आपूर्ति करने लिए बातचीत कर रहे थे. रूस ने सालों तक पश्चिम के साथ बातचीत के लिए तत्परता दिखाई है बावजूद इसके हमेशा रूस को नजरअंदाज किया गया. गौरतलब है कि पुतिन के संबोधन के एक दिन बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पोलैंड से लोगों को संबोधित करेंगे. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि वह रूसी राष्ट्रपति के इस बयान पर पलटवार करेंगे.
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