Prince Charles: नई दिल्ली। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के अब उनके बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स नए किंग बन गए हैं। प्रिंस चार्ल्स का पूरा नाम चार्ल्स फिलिप ऑर्थर जॉर्ज है। वो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद राजगद्दी के पहले उत्तराधिकारी हैं। दो बार की शादी प्रिंस चार्ल्स ने 29 जुलाई 1981 को […]
नई दिल्ली। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के अब उनके बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स नए किंग बन गए हैं। प्रिंस चार्ल्स का पूरा नाम चार्ल्स फिलिप ऑर्थर जॉर्ज है। वो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद राजगद्दी के पहले उत्तराधिकारी हैं।
प्रिंस चार्ल्स ने 29 जुलाई 1981 को लेडी डायना स्पेंसर से शादी की थी। दोनों के दो बेटे है। बड़े बेटे का नाम विलियम और छोटे बेटे का नाम हैरी है। साल 1996 में चार्ल्स और डायना अलग हो गए। जिसके बाद 1997 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए कार हादसे में प्रिंसेस ऑफ वेल्स डायना की मौत हो गई। बाद में साल 2005 में चार्ल्स ने कैमिला पार्कर से शादी की। चार्ल्स की उम्र अभी 73 साल है। वे ब्रिटेन की राजगद्दी पर बैठने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। चार्ल्स के बाद उनके बड़े बेटे ड्यूक ऑफ कैंब्रिज प्रिंस विलियम ब्रिटेन के राजा बनेंगे।
चार्ल्स ने अपनी शुरूआती पढ़ाई वेस्ट लंदन के हिल हाउस स्कूल में की। इसके बाद स्कॉटलैंड में निजी स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने 1967 में कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज में दाखिला लिया। वहां उन्होंने 1971 में स्नातक की डिग्री ली। चार्ल्स ने वहां पर मानव विज्ञान, पुरातत्व और इतिहास की पढ़ाई की।
प्रिंस चार्ल्स वेल्स के ऐसे पहले युवराज थे, जिनका जन्म वेल्स से बाहर होने के बावजूद उन्होंने रियासत की भाषा को सीखने का प्रयास किया था। उन्होंने कैम्ब्रिज से कला में स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के बाद ओल्ड कॉलेज (वेल्स विश्वविद्यालय का एक हिस्सा) में दाखिला लिया। जहां पर उन्होंने वेल्स भाषा और वेल्स इतिहास का अध्ययन किया।
बता दें कि महारानी एलिजाबेथ ब्रिटेन के साथ ही 14 और देशों की महारानी थी। अब उनके निधन के बाद नए राजा चार्ल्स इन देशों के राजा होंगे। राजा के पास इन देशों में सरकार की नियुक्ति को लेकर शक्तियां होंगी। आमतौर पर किसी चुनाव जीतने वाले पार्टी के नेता को बकिंघम पैलेस में बुलाया जाता है। जिसे सरकार बनाने का निमंत्रण भी कहा जाता है। पहले महारानी एलिजाबेथ द्वितीय सबकी मेजबानी करती थी। अब उनकी जगह किंग चार्ल्स मेहमान नेताओं की मेजबानी करेंगे।
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