प्रेस फ्रीडम इंडेक्स : 8 पायदान और नीचे गिरी भारतीय मीडिया, स्वतंत्रता को लेकर 150वें नंबर पर

नई दिल्ली, भारतीय मीडिया की स्थिति वैश्विक स्तर पर दिन प्रतिदिन धूमिल होती नज़र आ रही है. जहां एक और बार प्रेस फ्रीडम इंडेक्स के रिलीज़ होने के बाद भारतीय पत्रकारों को उनकी स्वतंत्रता को लेकर ज़रूर झटका लगा होगा. भारत 8 स्थान नीचे फिसला ‘रिपोर्टर्स विदाउड बॉर्डर्स’ (आरएसएफ़) की ओर से दुनिया के लगभग […]

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प्रेस फ्रीडम इंडेक्स : 8 पायदान और नीचे गिरी भारतीय मीडिया, स्वतंत्रता को लेकर 150वें नंबर पर

Riya Kumari

  • May 4, 2022 6:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

नई दिल्ली, भारतीय मीडिया की स्थिति वैश्विक स्तर पर दिन प्रतिदिन धूमिल होती नज़र आ रही है. जहां एक और बार प्रेस फ्रीडम इंडेक्स के रिलीज़ होने के बाद भारतीय पत्रकारों को उनकी स्वतंत्रता को लेकर ज़रूर झटका लगा होगा.

भारत 8 स्थान नीचे फिसला

‘रिपोर्टर्स विदाउड बॉर्डर्स’ (आरएसएफ़) की ओर से दुनिया के लगभग सभी देशों की मीडिया को लेकर ताजा आकड़े जारी कर दिए गए हैं. जिसमें अब भारतीय मीडिया आज़ादी के मामले 142वें पायदान से फिसलकर सीधा150वें स्थान पर पहुँच गई है. इतना ही नहीं यदि नेपाल को हटा दिया जाए तो भारत समेत भारत के आस-पास के सभी देशों पर मीडिया की स्वतंत्रता की रैंकिंग को लेकर गिरावट आई है. पाकिस्तान की बात करें तो वह इस सूची में 157वें पायदान पर है. वहीं आर्थिक महामारी झेल रहा देश श्रीलंका इस सूची में 146वें स्थान पर है. बंगलादेश की मीडिया ने 162वें स्थान पर कब्ज़ा जमाया है. वहीं म्यांमार 176वें स्थान पर ही जगह बना पाया है.

ये रैंकिंग कुल 180 देशों की है.

अव्वल स्थानों की बात करें तो इस सूची में नॉर्वे पहले स्थान की पर रहा. वहां की मीडिया पूरे विश्व में सबसे स्वतंत्र मानी गयी है. दूसरे स्थान पर डेनमार्क, तीसरे पर स्वीडन और एस्टोनिया चौथे स्थान पर रहा. वहीं फिनलैंड मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर पांचवे स्थान का देश बना. इस पूरी सूची में विश्व के कुल 180 देशों के नाम शामिल हैं. जहां भारत अब पिछले साल की रैंकिंग से भी 8 पायदान फिसलकर 150वें स्थान पर आ चुका है.

इन देशों की मीडिया रही पिछड़ी

रूस और यूक्रेन के युद्ध के कारण इस समय रूस पूरे विश्व की चर्चा का केंद्र है. इसी बीच अगर इस देश की मीडिया पर नज़र दौड़ाएं तो हम पाएंगे कि रूस की मीडिया को इस रिपोर्ट में 155वें स्थान पर रखा गया है, देखने वाली बात है कि पिछले साल रूसी मीडिया इस सूची में150वें स्थान से नीचे था जहां शायद यूक्रेन के युद्ध का इसपर बुरा प्रभाव पड़ा है. वहीं चीन दो पायदान ऊपर चढ़ते हुए अब 175वें स्थान पर आ गया. मालूम हो पिछले साल चीन 177वें स्थान पर था.

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