कराची: पाकिस्तान में हालात तेजी से बिगड़ते नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान स्टूडेंट फेडरेशन (पीएसएफ) ने सरकार को 30 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है। उनकी मांग है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तुरंत रिहा किया जाए। छात्र संगठन का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को अनसुना किया, तो देशव्यापी विरोध प्रदर्शन होंगे।
पीएसएफ की यह मांग और अल्टीमेटम बांग्लादेश में हाल ही में हुए तख्तापलट से प्रेरित मानी जा रही है। बांग्लादेश में हुए विरोध प्रदर्शन और सरकार के खिलाफ उठी आवाज ने पाकिस्तानी छात्रों को भी प्रेरित किया है। अब ये छात्र अपनी सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं और बदलाव की मांग कर रहे हैं।
पीएसएफ ने साफ कर दिया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ सकती है। छात्रों का कहना है कि उनकी चेतावनी को नजरअंदाज करना सरकार के लिए भारी पड़ सकता है, और देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं।
इमरान खान ने भी जेल से बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर 9 मई के दंगों में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर लगे आरोप साबित होते हैं, तो वह माफी मांगने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 9 मई के बाद उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया था।
इस तरह के हालात में पाकिस्तान की सरकार के लिए चुनौतियां बढ़ती नजर आ रही हैं। अब देखना होगा कि सरकार इस स्थिति से कैसे निपटती है।
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