नई दिल्ली : नेपाल में नई सरकार आने वाली है. नेपाल की नई सरकार का फैसला अब होने ही जा रहा है. हाल ही में पड़ोसी देश में चुनाव करवाए गए थे हालांकि इन आम चुनावों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. लेकिन राष्ट्रपति के बुलावे पर कई बड़ी सियासी पार्टियां […]
नई दिल्ली : नेपाल में नई सरकार आने वाली है. नेपाल की नई सरकार का फैसला अब होने ही जा रहा है. हाल ही में पड़ोसी देश में चुनाव करवाए गए थे हालांकि इन आम चुनावों में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. लेकिन राष्ट्रपति के बुलावे पर कई बड़ी सियासी पार्टियां गठबंधन को लेकर विचार कर रही थीं. आज(25 दिसंबर) सरकार बनाने की समय सीमा का आखिरी दिन था. रविवार को पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड की अगुवाई में दलों की बैठक में शाम चार बजे बताया गया कि प्रचंड ही नेपाल के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.
Nepal | Nepali Congress senior leader Ram Chandra Paudel confirms that Former PM Prachanda aka Pushpa Kamal Dahal announced the end of support from Maoist Center to the ruling alliance while storming out of the alliance meeting this afternoon.
(Pic: KP Sharma Oli's Secretariat) pic.twitter.com/jqVDm6noTj
— ANI (@ANI) December 25, 2022
बता दें, हिंदू बहुल आबादी वाले छोटे पड़ोसी मुल्क नेपाल की छह पार्टियां गठबंधन करने जा रही हैं. इस गठबंधन में शामिल पार्टियों ने प्रचंड को ढाई साल तक प्रधानमंत्री बनाया है. इसके बाद CPN-UML सत्ता में आएगी. गठबंधन का सार ये रहा कि पूर्व PM ओली एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे. वह ढाई साल एक पद संभालेंगे.
रविवार दोपहर को खबरें थीं कि पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड ने सत्ताधारी माओइस्ट सेंटर को समर्थन ना देने की बात कही है. उन्होंने गठबंधन को भी छोड़ दिया है. नेपाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे रामचंद्र ने खुद मीडिया को इस बारे में जानकारी दी थी. हालांकि प्रचंड की पार्टी ने देश में ढाई-ढाई साल तक सरकार चलाने की इच्छा जताई थी. दूसरी पार्टियों की मांग अलग थी.
आज नेपाल आम चुनावों में संघीय संसद प्रतिनिधि सभा के 165 प्रत्यक्ष सीटों के लिए मतदान होगा. साथ ही 110 समानुपातिक सीट के लिए भी वोट डाले जाएंगे. मतदाताओं को किसी एक राजनीतिक दल के चुनाव चिह्न पर मतदान करना होगा. इसी प्रकार सरकार चुनने के लिए मतदाता को अपने-अपने प्रदेश सभा सदस्य को प्रत्यक्ष और समानुपातिक सदस्यों के लिए वोट देना होगा. इन आम चुनावों में करीब 1.80 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले हैं. नेपाल के संघीय संसद की निचली सदन प्रतिनिधि सभा के साथ ही 7 प्रादेशिक सभा के लिए एक साथ वोट पड़ेंगे. दो से तीन दिनों में इन चुनावों का नतीजा आएगा. हालांकि समानुपातिक वोटों (Proportional Votes) की गिनती और परिणाम एक सप्ताह तक सामने होंगे.
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