नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन में पिछले ढाई साल से छिड़े जंग के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन पहुंचे। वहां उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की और गले मिले। दोनों नेता यूक्रेन नेशनल म्यूजियम पहुंचे जहां युद्ध में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी और जेलेंस्की इस दौरान भावुक दिखे। पीएम […]
नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन में पिछले ढाई साल से छिड़े जंग के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन पहुंचे। वहां उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की और गले मिले। दोनों नेता यूक्रेन नेशनल म्यूजियम पहुंचे जहां युद्ध में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी और जेलेंस्की इस दौरान भावुक दिखे। पीएम ने जेलेंस्की के कंधे पर हाथ रखा और बात की।
प्रधानमंत्री कीव दौरे पर जाने वाले पहले भारतीय पीएम हैं। प्रधानमंत्री के दौरे से यूक्रेन के लोगों को बड़ी उम्मीदे हैं। बता दें कि 1991 में सोवियत संघ के टूटने के बाद यूक्रेन एक अलग देश बना था। तबसे कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री वहां नहीं गए थे। मोदी का यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि जबसे युद्ध छिड़ा है, उस समय से अब तक सिर्फ नाटो देशों के प्रमुख ही यूक्रेन गए हैं।
#WATCH | PM Modi and Ukrainian President Volodymyr Zelenskyy honour the memory of children at the Martyrologist Exposition in Kyiv pic.twitter.com/oV8bbZ8bQh
— ANI (@ANI) August 23, 2024
पीएम की यूक्रेन यात्रा भारत की विदेश नीति में अहम साबित हो सकती है। भारत और रूस के बीच हमेशा से ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। अभी रूस और युक्रेन के बीच जंग जारी है, ऐसे में पीएम की यात्रा पश्चिमी देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। साथ ही साथ यूक्रेन यात्रा से मोदी दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत संवाद और कूटनीति के द्वारा संघर्ष को समाप्त करने पर जोर देता है।
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