नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते दिन समरकंद पहुंचे थे, यहाँ उन्होंने एससीओ की बैठक में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान को मदद में रोड़ा अटकाने को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ को खूब खरी-खोटी सुनाई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सदस्य देशों को एक दूसरे को ट्रांजिट अधिकार देना चाहिए. इसी […]
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते दिन समरकंद पहुंचे थे, यहाँ उन्होंने एससीओ की बैठक में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान को मदद में रोड़ा अटकाने को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ को खूब खरी-खोटी सुनाई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सदस्य देशों को एक दूसरे को ट्रांजिट अधिकार देना चाहिए. इसी के साथ प्रधानमंत्री में इशारों-इशारों में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की खूब बेइज्जती की. इस दौरान उन्होंने भारत का भी गुणगान किया. उन्होंने बताया कि भारत के पास 70 हजार स्टार्टअप्स का पावरहाउस हैं और आज भारत ऐसे स्टेज पर है जहाँ वो दूसरे देशों की भी मदद कर सकता है. इस बैठक में खुद पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद थे, जो चुपचाप अपने देश की बेबसी को महसूस कर रहे थे. ‘
पीएम मोदी ने SCO सम्मेलन के दौरान कहा कि आज पूरा विश्व कोरोना महामारी के बाद आर्थिक तंगी से गुजर रहा है और रिकवरी के लिए रोज़ नई-नई चुनौतियाँ का सामना कर रहा है. ऐसे में एससीओ की भूमिका बहुत ज्यादा अहम है. उन्होंने बताया कि एससीओ के सदस्य देश वैश्विक जीडीपी में 30 फीसदी का योगदान दे रहे हैं और विश्व की 40 फीसदी जनसंख्या भी एससीओ देशों में ही रहती है.
पीएम ने आगे कहा कि भारत एससीओ सदस्य देशों के बीच आपसी सहयोग और ज्यादा बढ़ाने पर ज़ोर दे रहा है, महामारी और यूक्रेन संकट से ग्लोबल सप्लाई चेन में कई बाधाएं आईं हैं, जिसके कारण पूरा विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा और खाद्य संकट से जूझ रहा है. एससीओ को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त और डाइवर्सिफाइड सप्लाई चेन विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए और इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता तो होगी ही, साथ ही यह भी ज़रूरी होगा कि हम सभी एक दूसरे को ट्रांजिट का पूरा अधिकार दें.