नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की राजधानी टोक्यो में सोमवार को प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में आज सही मायने में जनता के नेतृत्व वाली सरकार काम कर रही है और गवर्नेंस का यही मॉडल, डिलिवरी को और कुशल बना रहा है. वहीं, भारत अपने खोए हुए विश्वास […]
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान की राजधानी टोक्यो में सोमवार को प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में आज सही मायने में जनता के नेतृत्व वाली सरकार काम कर रही है और गवर्नेंस का यही मॉडल, डिलिवरी को और कुशल बना रहा है. वहीं, भारत अपने खोए हुए विश्वास को भी हासिल कर रहा है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज का भारत अपने अतीत को लेकर जितना गौरवान्वित है, उतना ही टैक लेड, साइंस लेड, इनोवेशन लेड, टेलैंड लेड भविष्य को लेकर भी आशावान है. पीएम ने कहा कि वे मक्खन पर नहीं बल्कि पत्थर पर लकीर खींचते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे भारत-जापान के सहयोग के उदाहरण देते हुए कहा कि चाहे मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल हो, चाहे दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर हो, चाहे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर हो, ये सभी भारत-जापान के सहयोग के बहुत बड़े उदाहरण हैं.
जापान से भारत के रिश्तों पर पीएम मोदी ने कहा कि जापान से हमारा रिश्ता सामर्थ्य, सम्मान और विश्व के लिए साझे संकल्प का है. जापान से हमारा रिश्ता बुद्ध, बौद्ध, ज्ञान और ध्यान से परिपूर्ण है. जापान के लोगों की देशभक्ति, आत्मविश्वास, अनुशासन, स्वच्छता के लिए स्वामी विवेकानंद ने खुलकर इसकी प्रशंसा की थी. पीएम ने बताया कि स्वामी विवेकानंद जब अपने ऐतिहासिक संबोधन के लिए शिकागो जा रहे थे, तो उससे पहले वो जापान भी आए थे. जापान ने उनके मन-मस्तिष्क पर एक गहरा प्रभाव छोड़ा था. जापान और भारत के बहुत पुराने संबंध हैं और सालों से भारत और जापान के रिश्ते मधुर रहे हैं.