पीएम मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से की मुलाकात, जानें क्यों अहम है यह मीटिंग

India- Bangladesh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचीं। शनिवार को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उनका स्वागत किया गया। जहां पर द्विपक्षीय बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी अगवानी की। समारोह के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे देशों के मंत्रियों […]

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पीएम मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से की मुलाकात, जानें क्यों अहम है यह मीटिंग

Inkhabar Team

  • June 22, 2024 12:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

India- Bangladesh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचीं। शनिवार को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उनका स्वागत किया गया। जहां पर द्विपक्षीय बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी अगवानी की। समारोह के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे देशों के मंत्रियों और प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की।

क्यों अहम है यह यात्रा

ये यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद भारत की नई सरकार के गठन के बाद किसी विदेशी नेता की यह पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा है। पीएम मोदी द्वारा आमंत्रित इस यात्रा का उद्देश्य भारत और बांग्लादेश के मजबूत संबधो को व्यापक तौर पर और मजबूत बनाना है। साथ ही दोनों देशों के बीच विभिन्न मोर्चो पर सहयोग को बढ़ाना है।

किन-किन मुद्दा पर होगी चर्चा?

भारत और बांग्लादेश के बीच रक्षा ,पावर ,एनर्जी,कनेटक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर,और जल बंटवारा समेत कई मुद्दे पर चर्चा होगी और रक्षा समझौते के साथ फाइनेंसियल पैकेज पर चर्चा होने की संभावना है। साथ ही दोनों देशों के बीच रेल ट्रांजिट समझौते को लेकर भी बातचीत हो सकती है। इसके अलावा लंबे वक्त से पेंडिग तिस्ता जल समझौते पर भी चर्चा हो सकती है।

रक्षा मुद्दे पर चर्चा

भारत और बांग्लादेश 4096.7 किलोमीटर लंबी सीमा शेयर करते हैं। भारत अपने किसी भी पड़ोसी देश के साथ इतना लंबा सीमा नहीं शेयर करता है। दोनों देशों के अलग-अलग एजेंसियों के बीच पुलिस मामले, नशीले पदार्श की तस्करी ,नकली मनी, मानव तस्करी जैसे मुद्दों से निपटने के लिए सहयोग करना शामिल है।

पावर एंड एनर्जी पर होगी बातचीत

बांग्लादेश इस वक्त भारत को 1160 मेगावाट बिजली आयात करता। भारत से बांग्लादेश में हाई स्पीड डीजल की ढुलाई के लिए भारत-बांग्लादेश मैत्री में पाइपलाइन का उद्घाटन दोनों प्रधानमंत्रियों ने 2023 में किया था। इस मुद्दे पर भी बातचीत होने की संभावना है। पिछले साल 1 नवंबर 2023 को ढाका-चटगांव रेलवे लाइन पर अगरतला स्टेशन और अखौरा के बीच रेल लाइन का उद्घाटन पीएम मोदी और शेख हसीना ने किया था, इस पर भी चर्चा होगी।

व्यापार को बढ़ाने पर चर्चा

भारत और बांग्लादेश के बीच पीआईडब्ल्यूटीटी एक प्रोटोकॉल है जो 1972 से लागू है। जिसका मकसद दोनों देशों के बीच व्यापार को सरल बनाना है। इस समय भारत और बांग्लादेश के बीच 10 रास्ते और
और पोर्टस चालू हैं। 2023 में दोनों देशों ने चटगांव और मोंगला पोर्ट के इस्तेमाल के लिए समझौते पर साइन किया था। जिससे भारत के पूर्वोत्तर के बीच कार्गो के लिए बांग्लादेश में इन पोर्ट की सेवाओं का फायदा उठाने में आसानी होगी। भारत आज बांग्लादेश का सबसे बड़ा विकास का साझेदार है। भारत ने पिछले 8 सालों में बांग्लादेश को रेलवे, सड़क , बंदरगाहों समेत अलग-अलग बुनियादी ढ़ाचे के लिए 800 अमेरिकी डॉलर की मदद की है। भारत और बांग्लादेश ITEC का भी भागीदार है। जिससे हर साल लगभग 800 लोगों को फायदा होता है। इस साल लगभग एक हजार वीजा बांग्लादेशी छात्रों को जारी किया गया। वीजा की सुविधा को बढ़ाने पर भी बात-चीत होगी।

तिस्ता जल समझौते पर होगी बातचीत

भारत ने 1975 में गंगा नदी पर फरक्का बांध का निर्माण करवाया था। जिस पर बांग्लादेश ने नाराजगी जाहिर की थी, जिसके बाद दोनों देशों ने 1996 में गंगा जल बंटवारा संधि कर लिया था। ये संधि सिर्फ 30 सालों के लिए की गई थी। ये संधि अगले साल खत्म होने वाली है। जिसके बाद इस संधि के रिन्यूअल पर भी बातचीत होगी।

 

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