नई दिल्ली: 30 जनवरी को पाकिस्तान के पेशावर स्थित मस्जिद में हुए धमाके में सैंकड़ों लोगों की जान चली गई थी. इस आत्मघाती हमले में 250 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. पाकिस्तान ने इस हमले की साजिश के लिए अफगानिस्तान के तालिबान को जिम्मेदार ठहराया था. अब जांच रिपोर्ट में […]
नई दिल्ली: 30 जनवरी को पाकिस्तान के पेशावर स्थित मस्जिद में हुए धमाके में सैंकड़ों लोगों की जान चली गई थी. इस आत्मघाती हमले में 250 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. पाकिस्तान ने इस हमले की साजिश के लिए अफगानिस्तान के तालिबान को जिम्मेदार ठहराया था. अब जांच रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि खैबर पख्तूनख्वाह में हाई सिक्योरिटी मस्जिद पर हुए आत्मघाती हमले को अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने ही फंड किया था. पेशावर धमाके की जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है.
जांच कर रहे अधिकारियों ने इस बात का खुलासा किया कि पेशावर मस्जिद में हुए इस आत्मघाती हमले के पीछे अफगानिस्तान की साजिश थी. काबुल की एक खुफिया एजेंसी ने इसे फंड किया था. जांच में सामने आया है कि इस धमाके में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल पेशावर की व्यस्ततम मार्केट ‘सरकी गेट’ में दो बार बेची गई थी. मोटरसाइकिल बेचने वालों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. अब तक इस धमाके में शामिल 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. दूसरी ओर काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट ने आत्मघाती हमलावर को मदद पहुंचाने वालों पर एक करोड़ का इनाम घोषित किया है.
दरअसल डीएनए सैंपल्स से आत्मघाती हमलावर की पहचान की गई है. जानकारी के अनुसार हमले से पहले हमलावर अपना हेलमेट बाहर ही छोड़ गया था. उसे सीसीटीवी में साफ़ देखा जा सकता है. जघन्य हमले के मददगारों को जल्द ही गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है. बता दें, आत्मघाती हमलावर ने पुलिस की वर्दी पहनकर इस हमले को अंजाम दिया था.
पकिस्तान के इस आरोप पर तालिबान ने कहा है कि वह अपने देश में हो रही हिंसा के लिए उन्हें दोष न दे. अफगानी तालिबान शासन में नियुक्त विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी का बयान सामने आया है. बीते बुधवार उन्होंने कहा था कि “पाकिस्तानी अधिकारियों को अफगानिस्तान को दोष देने के बजाय अपने देश में आतंकवादी हिंसा के पीछे के कारणों को देखना जरूरी है.” बता दें, अफगानिस्तान के विदेशी मंत्री का ये बयान उस समय में आया है जब दो दिन पहले ही पाकिस्तानी अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि पेशावर में हुए आत्मघाती बम विस्फोट की साजिश अफगानिस्तान में रची गई थी.
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