Bangladesh: नई दिल्ली। बांग्लादेश पर इस वक्त बड़ा आर्थिक संकट मंडरा रहा है। सरकारी खजाना बिल्कुल खाली हो गया है। वित्तक मंत्री मुस्तलफा कमाल ने अंतरराष्ट्री य मुद्राकोष (IMF) से कर्ज की मांग की है। इसी बीच महंगाई से बेहाल जनता को सरकार ने बड़ा झटका दिया है। सरकार ने बीती रात पेट्रोल-डीजल (Prtrol-Diesal) की […]
नई दिल्ली। बांग्लादेश पर इस वक्त बड़ा आर्थिक संकट मंडरा रहा है। सरकारी खजाना बिल्कुल खाली हो गया है। वित्तक मंत्री मुस्तलफा कमाल ने अंतरराष्ट्री य मुद्राकोष (IMF) से कर्ज की मांग की है। इसी बीच महंगाई से बेहाल जनता को सरकार ने बड़ा झटका दिया है। सरकार ने बीती रात पेट्रोल-डीजल (Prtrol-Diesal) की कीमतों में 51.7 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। देश के इतिहास में तेल के दाम में इसे सबसे बड़ी वृद्धि बताया जा रहा है।
बांग्लादेश में रात 12:00 बजे से लागू हुई तेल की नई कीमतों के अनुसार एक लीटर ऑक्टेन की कीमत अब 135 टका हो गई है, जो 89 टका की पिछली दर से 51.7 प्रतिशत ज्यादा है। बांग्लादेश में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत अब 130 टका है, यानी कि बीती रात से इसमें 44 टका की वृद्धि हुई है।
बांग्लादेश के बिजली, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय ने फ्यूल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर बयान जारी बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दाम में हुई वृद्धि के चलते ये फैसला लिया गया है। कम दाम पर ईंधन बेचने की वजह से बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPC) को फरवरी से जुलाई माह के बीच 8,014.51 करोड़ टका का नुकसान हुआ है। मंत्रालय की प्रेस रिलीज में बताया गया है कि इंटरनेशनल मार्केट में फ्यूल की कीमत बढ़ने से भारत समेत कई देश पहले ही ये फैसला ले चुके हैं।
बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांग्लादेश सरकार ने एडीबी और विश्व बैंक को चिट्ठी लिखकर 1 अरब डॉलर की मांग की है। वहीं पिछले हफ्ते ही वित्त मंत्री ने आईएमएफ से मदद की गुहार लगाई थी। जिसपर IMF ने कहा था कि वो बांग्लादेश के कर्ज मांगने के अनुरोध को लेकर चर्चा करेगा। बांग्लादेशी मीडिया ने कुछ दिन पहले ही एक रिपोर्ट में बताया था कि देश अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 4.5 अरब डॉलर चाहता है, जिसमें बजटीय और भुगतान संतुलन सहायता शामिल है।