नई दिल्ली। दुनिया के मुस्लिम मुल्कों में अलग-अलग कानून बनाये गए हैं। अगर उन देशों में इस्लामी कानूनों को नहीं माना जाता है तो सख्त सजा दी जाती है। ऐसा ही एक देश ईरान है, जहां महिलाएं अगर हिजाब न पहने तो उन्हें गोली तक मार दी जाती है। हिजाब न पहनना यहां मुस्लिम महिलाओं […]
नई दिल्ली। दुनिया के मुस्लिम मुल्कों में अलग-अलग कानून बनाये गए हैं। अगर उन देशों में इस्लामी कानूनों को नहीं माना जाता है तो सख्त सजा दी जाती है। ऐसा ही एक देश ईरान है, जहां महिलाएं अगर हिजाब न पहने तो उन्हें गोली तक मार दी जाती है। हिजाब न पहनना यहां मुस्लिम महिलाओं के लिए खौफनाक सिद्ध हो रहा है। हाल ही में एक महिला ने हिजाब नहीं पहना था तो उन्हें 74 कोड़े मारे गए तो वहीं एक अन्य महिला को 2 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
22 जुलाई को उत्तर ईरान के नूर शहर में 31 वर्षीय अरज़ू बद्री को पुलिस ने सिर्फ इसलिए गोली मार दी क्योंकि उसने हिजाब सही से नहीं पहन रखा था। गोली अरज़ू बद्री के फेफड़ों में लगी। उसके रीढ़ को नुकसान पहुंचा और इससे उसका आधा शरीर लक्वाग्रस्त हो गया है। गोली 10 दिनों तक अरज़ू के शरीर में फंसी रही। तेहरान के अस्पताल में उसका इलाज किया गया। इस घटना की निंदा पूरी दुनिया में की गई लेकिन एक लड़की फिर से महिलाओं के प्रति सख्त हिजाब कानूनों के भेंट चढ़ी।
इस घटना ने 2022 में महसा अमीनी की हत्या की याद दिला दी। जहां हिजाब न पहनने पर ईरान पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। हिरासत में ही उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि ईरान पुलिस ने महसा अमीनी का यौन शोषण किया था। इस घटना से ईरान में उबाल आ गया, महिलाएं सड़क पर आ गईं। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई भी हादसे पर प्रतिक्रिया देने को मजबूर हो गए।
ईरान में महिलाओं के लिए सख्त हिजाब कानून बनाये गए हैं। इसके तहत अगर महिला हिजाब नहीं पहनती है या उनके कपड़े चुस्त होते हैं तो 10 साल की सजा दी जाएगी। साथ ही उनपर भरी भरकर जुर्माना लगाया जायेगा। ईरान में बिना हिजाब पहनने महिलाओं को सामान देने वाले पुरुषों को भी सजा दी जाती है। कोई इस कानून का मजाक उड़ाता है तो उसे भी सजा मिलती है।
फ़्रांस
बेल्जियम
नीदरलैंड्स
इटली
जर्मनी
ऑस्ट्रिया
नॉर्वे
स्पेन
ब्रिटेन
अफ़्रीका
डेनमार्क
रूस
स्विट्ज़रलैंड
बुल्ग़ारिया
बांग्लादेश का हुआ बेड़ा गर्क! मुस्लिम लड़कियां हिजाब नहीं पहनी तो फिर…