नई दिल्ली: भारत में पहले चरण के मतदान के साथ लोकसभा चुनाव का आगाज हो गया है। इसी बीच, आज सभी की नजरें पड़ोसी मुल्क मालदीव में हो रहे संसदीय चुनाव पर भी टिकी है। मालदीव 20वें संसदीय चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। आज वहां चुनाव होगा, जिसके नतीजे 28 अप्रैल को […]
नई दिल्ली: भारत में पहले चरण के मतदान के साथ लोकसभा चुनाव का आगाज हो गया है। इसी बीच, आज सभी की नजरें पड़ोसी मुल्क मालदीव में हो रहे संसदीय चुनाव पर भी टिकी है। मालदीव 20वें संसदीय चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। आज वहां चुनाव होगा, जिसके नतीजे 28 अप्रैल को घोषित किए जाने की उम्मीद है।
मालदीव में होने वाला चुनाव राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के चीन परस्ती और भारत विरोधी होने का इम्तेहान भी है। क्योंकि राष्ट्रपति ने चुनाव के दौरान अपना पूरा प्रचार इंडिया आउट के नाम पर चलाया था। अब संसदीय चुनाव के प्रचार में भी उन्होंने भारत विरोध का सहारा लिया है। जिस वजह से यह चुनाव बहुत जरूरी हो गया है।
मालदीव में होने वाले संसदीय चुनाव में करीब 2,85,000 लोग मतदान करेंगे। सूत्रों के मुताबिक अंतिम नतीजे सोमवार सुबह तक बाहर आने की संभावना है। कुल 93 सीटों पर मतदान होना है। अभी मालदीव में विपक्षी दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी का 41 सीटों के साथ वहां की संसद में दबदबा कायम है। संसद में बहुमत न होने के कारण मुइज्जू के लिए किसी भी कानून को पारित कराना मुश्किल रहा है।
इस संसदीय चुनाव में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत विरोधी नीतियों का भी इम्तेहान भी होगा। इस चुनाव में भारत उम्मीद करेगा कि मुख्य विपक्षी दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी को बहुमत मिले, क्योंकि MDP भारत समर्थक रहा है।
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