नई दिल्ली: हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान और इजरायल में सीधी जंग होने के हालात हैं. इस बीच शुक्रवार-4 अक्टूबर को लेबनान में एक गुप्त स्थान पर नसरल्लाह को दफना दिया गया. वहीं, ईरान में नसरल्लाह की याद में नमाज पढ़ी गई. इस दौरान राजधानी तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में ईरानी सर्वोच्च […]
नई दिल्ली: हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान और इजरायल में सीधी जंग होने के हालात हैं. इस बीच शुक्रवार-4 अक्टूबर को लेबनान में एक गुप्त स्थान पर नसरल्लाह को दफना दिया गया. वहीं, ईरान में नसरल्लाह की याद में नमाज पढ़ी गई. इस दौरान राजधानी तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खामेनेई के नेतृत्व में हजारों लोग मौजूद रहे.
तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में भाषण देते हुए खामनेई ने कहा कि यह वक्त पूरी दुनिया के मुसलमानों के एकजुट होने का है. उन्होंने कहा कि आज दुनियाभर के मुसलमानों में दरार डालने की कोशिश हो रही है. अगर सभी मुस्लिम एकजुट होकर हमला करेंगे तो अल्लाह की ताकत हमसे जुड़ेगी और हमारा दुश्मन हार जाएगा.
खामनेई के इस भाषण को सऊदी अरब के लिए संदेश माना जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान चाहता है कि इजरायल के खिलाफ अब सभी मुस्लिम देशों को एकजुट होना चाहिए और फिलिस्तीन के लोगों को उनका हक दिलाना चाहिए. बता दें कि अगर सच में सभी मुस्लिम देश इजरायल के खिलाफ एकजुट हुए और हमला किया तो यह यहूदी देश मुश्किल में आ जाएगा.
हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को शुक्रवार को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल के हमले के डर से हिजबुल्लाह ने नसरल्लाह को सीक्रेट जगह पर दफ्न किया है. मालूम हो कि 7 दिन पहले इजरायल के मिसाइल हमले में हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी.