नई दिल्ली. तालिबान पाकिस्तान को नाकों चने चबवा रहा है, पाकिस्तान तालिबान के आगे बेबस हो गया है. अब तक 17 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन पाकिस्तान अपने काउंटर टेररिज्म सेंटर को टीटीपी के गढ़ से आजाद नहीं करवा पाया ै. पाकिस्तानी मिलिट्री के कई टॉप अफसर तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के कब्जे […]
नई दिल्ली. तालिबान पाकिस्तान को नाकों चने चबवा रहा है, पाकिस्तान तालिबान के आगे बेबस हो गया है. अब तक 17 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन पाकिस्तान अपने काउंटर टेररिज्म सेंटर को टीटीपी के गढ़ से आजाद नहीं करवा पाया ै. पाकिस्तानी मिलिट्री के कई टॉप अफसर तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान के कब्जे में हैं, हालांकि पाकिस्तान टीटीपी से बातचीत करने की लगातार कोशिश कर रहा है लेकिन अब तक बात बन नहीं पाई है.
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबानी हुकूमत का कब्ज़ा है. जब तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा जमाया था उस समय तो पाकिस्तान बहुत खुश था क्योंकि उसे लगता था कि वो तालिबान के सहारे भारत से जंग कर पाएगा. हालांकि, उसका ये सपना अब टूटता नजर आ रहा है क्योंकि पाकिस्तान और तालिबान के बीच ही घमासान शुरू हो गया है जो समय के साथ बढ़ते ही जा रहा है. जानकारी के मुताबिक तालिबान ने पाकिस्तान पर बीते दिन जोरदार हमला किया.
तालिबानी आतंकियों ने बीते दिन 18 दिसंबर को पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले में धावा बोल दिया और एक काउंटर टेररिज्म सेंटर पर कब्ज़ा जमा लिया. पाकिस्तानी पुलिस के मुताबिक, तालिबानी आतंकियों ने कई जवानों को बंधक बनाया है जबकि इस हमले में एक जवान की मौत भी हो गई है.
पाकिस्तान की पुलिस के मुताबिक, “आतंकवादियों ने छावनी में घुसपैठ की और वहां कैद वांछित आतंक वादियों को छुड़वा भी लिया गया है. इस दौरान उन्होंने कुछ जवानों को भी बंधक भी बनाया है, बता दें बीते दिन आतंकियों ने खतरनाक हथियार से हमला किया, जिसमें हैंड ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर भी शामिल था. इसके साथ ही CTD सुरक्षा कर्मियों को बंधक बनाकर परिसर के एक हिस्से को अपने नियंत्रण में ले लिया.”
अब तक जो जानकारी सामने आई है उसकी मानें तो आतंकी अपने साथ खतरनाक हथियार लेकर आए थे. यहाँ तक कि आतंकी के पास ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर भी पाए गए थे, इसके बाद भी पुलिसकर्मी और आतंकियों के बीच कई घंटे तक गोलीबारी का दौर चलता रहा. अब तक इस हमले में चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. आतंकी भागने में कामयाब हुए हैं और फ़िलहाल, उनकी तलाश की जा रही है. खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री मेहमूत खान ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है, यहाँ तक कि उनकी तरफ से पुलिस को तलब किया गया और तत्काल एक विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी गई है.
अब अगर हम TTP की बात करें तो इसका गठन साल 2007 में किया गया था. कई मिलिटेंट संगठन ने साथ मिलकर इसे बनाया था और फिर पूरे पाकिस्तान में इस तरह के कई आतंकी हमले किए गए, पिछले महीने ही एक पुलिस वाहन पर टीटीपी के आतंकियों ने जोरदार हमला किया था, इस हमले में 6 पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई थी.
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