नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक के बाद एक उनके सिर पर मुश्किलों और कानूनी पचड़ों का पहाड़ टूटता जा रहा है. PTI अध्यक्ष की पार्टी के कई बड़े नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं. इस बीच बुधवार को इमरान खान ने […]
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक के बाद एक उनके सिर पर मुश्किलों और कानूनी पचड़ों का पहाड़ टूटता जा रहा है. PTI अध्यक्ष की पार्टी के कई बड़े नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे हैं. इस बीच बुधवार को इमरान खान ने देश के नाम अपना संबोधन दिया. पूरे पाकिस्तान को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि शाहबाज़ सरकार और पाक आर्मी मिलकर उनके सभी लीडर्स को जेल में डाल रही है. उनकी पार्टी के नेताओं पर दबाव बनाया जा रहा है कि यदि वो ये बोल दें कि वह PTI में नहीं हैं तो उन्हें रिहा कर दिया जाएगा.
इसके अलावा अपने संबोधन में इमरान खान ने उन सभी अटकलों पर भी निशाना साधा जिसमें कहा गया है कि PTI पर बैन लगाया जा सकता है. पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी तब तक ख़त्म नहीं होती है जब तक उसके पास जनाधार होता है. इतना ही नहीं PTI अध्यक्ष ने आगे सरकार और आर्मी को घेरते हुए कहा कि कोई भी मानव अधिकारों की बात नहीं कर रहा है. लोग खौफ और निराशा से भरे हुए हैं.
अपनी ही बात को दोहराते हुए इमरान खान ने कहा कि उन्हें पता है कि ये समय उनके लिए मुश्किल का वक्त है लेकिन इस समय वह सब्र कर रहे हैं. उनकी कैबिनेट मेहनत करके मीटिंग में आया करती थी. आगे इमरान खान ने कहा कि आज पाकिस्तान में वो दौर आ गया है जिसमें जम्मूहिरियत खत्म हो जाएगी. आज मुसीबत उनके ऊपर है कल किसी और के ऊपर होगी.
देश की जनता के नाम इस भाषण में इमरान खान ने कहा कि देश की जनता जो जंगल कानून है उसी को जीने के लिए मजबूर है. सभी गुलामी में जिएंगे। इस दौरान उन्होंने आज़ादी का हवाला देते हुए कहा कि यदि इंसान के अंदर आज़ादी का आईडिया आ जाता है तो वह कदम पीछे नहीं हटाता है. यह भारत के कश्मीर में हो रहा है जहां कश्मीरियों पर जुल्म हो रहा है और फंडामेंटल राइट्स का हनन हो रहा है. अब यही पाकिस्तान में हो रहा है.
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