Pakistan Politics नई दिल्ली, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कुछ ही देर में अपने देश को संबोधित करने वाले हैं, ऐसे में कहा जा रहा है कि अपने संबोधन के दौरान इमरान देश में इमरजेंसी लगाने जैसा कोई चकित करने वाला कदम उठा सकते हैं. अब इमरान खान के संबोधन (Pakistan Politics) से पहले पाकिस्तान […]
नई दिल्ली, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कुछ ही देर में अपने देश को संबोधित करने वाले हैं, ऐसे में कहा जा रहा है कि अपने संबोधन के दौरान इमरान देश में इमरजेंसी लगाने जैसा कोई चकित करने वाला कदम उठा सकते हैं. अब इमरान खान के संबोधन (Pakistan Politics) से पहले पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि इमरान खान इस्तीफा नहीं देंगे. वो आखिरी समय तक लड़ाई लड़ेंगे.
इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित करने का ऐलान ऐसे वक्त पर किया जब फ्लोर टेस्ट से पहले उन्हें तगड़ा झटका लगा है. दरअसल, MQM के दो मंत्रियों ने इमरान की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है, बता दें कि MQM इमरान खान की सरकार में सहयोगी पार्टी थी, लेकिन बुधवार को ही MQM ने विपक्षी पार्टियों से समझौता कर इमरान की कैबिनेट से इस्तीफ़ा दे दिया है.
इससे पहले बुधवार सुबह पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर संयुक्त विपक्ष और MQM के बीच के समझौते की जानकारी दी.
बता दें कि पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. इस पर 31 मार्च से चर्चा होनी है, लेकिन चर्चा से पहले ही MQM और पीपीपी के समझौते के बाद इमरान खान सरकार ने बहुमत खो दिया है.
पाकिस्तान असेंबली में 342 सदस्य हैं, वहीं बहुमत के लिए 172 सदस्यों की ज़रूरत होती है. अब MQM ने इमरान का साथ छोड़ दिया है, जिसके बाद विपक्ष के पास 177 सदस्यों का समर्थन हो जाएगा. जबकि इमरान खान के पास अब सिर्फ 164 सदस्यों का समर्थन रह जाएगा. वहीं, पाकिस्तानी असेंबली के गणित के मुताबिक विपक्ष को इमरान खान की सरकार गिराने के लिए सिर्फ 172 सदस्यों की जरुरत है, जो अब मुमकिन नज़र आ रही है.