नई दिल्ली, प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में अहम फैसला लिया गया है. बैठक में धमकी भरे पत्र साझा करने की मंजूरी दे दी गई है. पत्र को नेशनल असेंबली के स्पीकर, सीनेट के सभापति, चीफ जस्टिस के साथ साझा करने को स्वीकृति दी गई है, यानि इमरान अब तक […]
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में अहम फैसला लिया गया है. बैठक में धमकी भरे पत्र साझा करने की मंजूरी दे दी गई है. पत्र को नेशनल असेंबली के स्पीकर, सीनेट के सभापति, चीफ जस्टिस के साथ साझा करने को स्वीकृति दी गई है, यानि इमरान अब तक जिस धमकी भरी चिट्ठी की बात कर रहे थे, अब इमरान को वो चिट्ठी चीफ जस्टिस को दिखानी होगी.
जानकारी के लिए बता दें कि इमरान खान लगातार दावा करते आए हैं कि उनकी सरकार गिराने में विदेशी ताकतों का हाथ है. ऐसे में उन्होंने कई बार एक चिट्ठी का भी जिक्र किया है. उनके मुताबिक उस चिट्ठी में ही उनकी सरकार गिराने की साजिश रची गई है, इमरान के मुताबिक चिट्ठी में कहा गया है कि अगर अविश्वास प्रस्ताव पास हो जाता है, तो सबकुछ माफ कर दिया जाएगा. अब इसी चिट्ठी के आधार पर इमरान खान लगातार अमेरिका पर हमलावर हैं.
अब अमेरिका ने इमरान खान द्वारा लगाए गए इन आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सिर्फ एक शब्द में अपना स्टैंड भी स्पष्ट कर दिया है और इमरान खान को मुँह तोड़ जवाब भी दिया है. अमेरिका ने इमरान के दावों को ‘बड़ा झूठ’ बता दिया है, बता दें इससे पहले भी अमेरिका को खुद को पाकिस्तान में मचे बवाल से दूर बताया था.
पाकिस्तान में इस समय सियासी हलचल जारी है, पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए हैं. साथ ही नेशनल असेंबली के स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को भी गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं. पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से ये जानकारी दी गई है. बताया जा रहा है कि अगर रात 12 बजे तक अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं होती है तो फिर इमरान खान, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है.