नई दिल्ली : अब भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को FATF लिस्ट से बड़ी राहत मिली है. जहां पेरिस स्थित वैश्विक आतंकी वित्तपोषण निगरानी संस्था ने करीब 4 सालों बाद पाकिस्तान को ग्रे सूची से बाहर कर दिया है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने धनशोधन, वित्तीय आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण प्रगति […]
नई दिल्ली : अब भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को FATF लिस्ट से बड़ी राहत मिली है. जहां पेरिस स्थित वैश्विक आतंकी वित्तपोषण निगरानी संस्था ने करीब 4 सालों बाद पाकिस्तान को ग्रे सूची से बाहर कर दिया है. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने धनशोधन, वित्तीय आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत भी किया. बता दें, अब पाकिस्तान को क़र्ज़ लेने में आसानी होगी.
बता दें, साल 2018 से पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट में था. FATF के मुताबिक बीते कई सालों में पाकिस्तान ने धन शोधन के खिलाफ प्रयासों को मजबूत किया है. देश आतंकवाद को मिल रही फंडिंग से जंग कर रहा है. इसके अलावा पाकिस्तान ने तकनीकी खामियों को दूर किया है. मनी लॉन्ड्रिंग पर एशिया पैसिफिक ग्रुप के साथ पाकिस्तान द्वारा काम करने, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद विरोधी वित्तपोषण प्रणाली को बेहतर बनाने के संबंध में 4 साल बाद ये फैसला लिया गया है.
बीते बुधवार 19 अक्टूबर को पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर किया गया है. हालांकि इस फैसले पर भारत ने नाराज़गी जताई है. भारत ने नाराज़ होते हुए इस फैसले को आतंकवाद से लड़ाई में काला धब्बा बताया है. पकिस्तान के FATF सूची से बाहर होने पर कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी टिप्पणी की है. एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने बताया कि हमारा पड़ोसी भारत में शांति से खुश नहीं है. सारी दुनिया इस बात को बखूबी देख रही है कि कौन सा देश आतंकवाद का समर्थन कर रहा है। भारत का विदेश मंत्रालय (MEA) सतर्क है और हमेशा ही उचित कार्रवाई करता है।
Russia-Ukraine War: पीएम मोदी ने पुतिन को ऐसा क्या कह दिया कि गदगद हो गया अमेरिका
Raju Srivastava: अपने पीछे इतने करोड़ की संपत्ति छोड़ गए कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव