Pakistan Foreign Minister Taliban Leader Meeting, Aatanki Sangathan Taliban ke Saath Pakistan ne ki Baithak: पाकिस्तान एक बार फिर झूठा साबित हो गया है. पाकिस्तान अकसर ये दोहराता है कि उनका आंतकियों या किसी आतंकी संगठन से कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आतंकी संगठन तालिबान से मुलाकात की है. हालांकि इस वीडियो में खास है पाकिस्तानी अधिकारी और तालिबानियों के चेहरे की मुस्कान. कहा गया है कि ये बैठक शांती पर चर्चा करने के लिए थी. इसकी वीडियो में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी तालिबानियों से हंसते-गले मिलते दिख रहे हैं.
नई दिल्ली. आतंकी संगठन अफगान तालिबान के अधिकारी बुधवार को इस्लामाबाद में पाकिस्तानी अधिकारियों से मिले. अफगानिस्तान के एक राजनीतिक समझौते के लिए बातचीत को दोबारा शुरू करने की संभावना पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और तालिबान ने बैठक की. इस बैठक का मुद्दा शांती बताया गया. हालांकि इस बैठक के बाद एक बार फिर पाकिस्तान झूठा साबित हो गया है. दरअसल पाकिस्तान वैश्विक मंच पर कई बार दोहरा चुका है कि उनका आतंकी संगठन या किसी भी आतंकी से कोई संबंध नहीं है. पाकिस्तान ने कई बार अपना पक्ष रखा कि वो किसी भी तरह की टेरर फंडिंग में भी शामिल नहीं है. हालांकि हाल ही में हुई पाकिस्तान के अधिकारियों और तालिबान के बीच की ये बैठक कुछ और दिखा रही है.
दरअसल इस बैठक से पहले की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस वीडियो में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी दिख रहे हैं. इस वीडियो में दिख रहा है कि शाह महमूद कुरैशी ने तालिबानियों का किस तरह स्वागत किया. उन्होंने चेहरे पर लंबी से मुस्कान के साथ उनका स्वागत किया. इतना ही नहीं बल्कि तालिबानियों ने उन्हें सीधे गले लगाया. वीडियो में पाकिस्तान और तालिबान का हंसकर यूं गले मिलना कोई और ही कहानी बता रहा है. लेकिन हैरानी की बात ये भी है कि आतंकी संगठन अफगान तालिबान के संस्थापकों में से एक, मुल्ला अब्दुल गनी बरादर भी इसी गर्मजोशी के साथ पाकिस्तानी अधिकारी से मिले. असल में मुल्ला अब्दुल गनी बरादर एक समय पर आठ साल के लिए पाकिस्तान की जेल में कैद रह चुके हैं.
यहां देखें वीडियो
Some tight hugs here, as Afghan Taliban leaders meet Pakistan’s foreign minister.
(For the rest of them might be easy, and not so unusual, but one wonders what goes through Mullah Baradar’s head: ten years of Pakistani prison and humiliation.)pic.twitter.com/XYjZh0pJ79
— Mujib Mashal (@MujMash) October 3, 2019
पाकिस्तान की इस बैठक में अमेरिका से अफगानिस्तान में चल रही लड़ाई के लिए चर्चा भी होनी थी. हालांकि बैठक की वीडियो से लग रहा है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच विवाद बढ़ सकता है. दरअसल आतंकी संगठन तालिबान अफगानिस्तान में बेहद सक्रिय है. अफगानिस्तान में कई मौकों पर तालिबान ने हमले किए हैं. इस कारण पाकिस्तान और तालिबान की बैठक अफगानिस्तान को नाराज कर सकती है.
आतंकी संगठन तालिबान के संस्थापकों में से एक, मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के नेतृत्व में तालिबान प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ चर्चा करने के लिए आए थे. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, यह यात्रा अमेरिका-तालिबान शांति वार्ता के तहत अब तक की प्रगति की समीक्षा करने और अफगानिस्तान में रुकी हुई राजनीतिक निपटान प्रक्रिया को फिर से शुरू करने की संभावनाओं पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करेगी.