बलूस्तिान के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा हाईजैक करने और सैकड़ों लोगों को बंधक बनाने के बाद दोनों तरफ से अलग अलग दावे किये जा रहे हैं. विश्वास करना मुश्किल हो रहा है कि कौन सही बोल रहा है और कौन गलत? पाकिस्तान आर्मी का कहना है कि 33 अलगाववादियों को मारकर सभी बंधकों को मुक्त करा लिया गया है. उधर बीएलए का दावा है कि उसने सौ सैनिक मारे हैं और अभी भी तमाम लोगों को उसने बंधक बना रखा है.

चश्मदीदों ने बताया आंखों देखा हाल

इस बीच ट्रेन में सवार और बंधक बनाये गये लोग मीडिया के सामने आकर चौंकाने वाली जानकारी दी है. चश्मदीदों के मुताबिक जब ट्रेन को हाईजैक किया गया उस समय ट्रेन में सुरक्षाकर्मी भी थे और उन्होंने हाईजैक करने वाली आर्मी बीएलए से लोहा लिया था किंतु उनकी गोलिया खत्म हो गई. इसके बाद उन्हें सरेंडर करना पड़ा. बीबीसी उर्दू से बातचीत में ट्रेन में सफर कर रहे एक बुजुर्ग यात्री ने बताया कि अचानक धमाके के बाद गोलीबारी शुरू हो गई थी जिसमें कई लोग घायल हो गये थे। हमलावरों ने सबको नीचे उतरने को कहा, महिलाओं बुजुर्गों को अलग किया। हम किसी तरह वहां से निकल भागने में सफल हो गये। 

हाईजैकर्स यात्रियों से जाति पूछ रहे थे

एक अन्य यात्री महबूब हुसैन के हवाले से बताया गया है कि हमलावर सिंधी, पंजाबी, बलूची और पश्तून यात्रियों को अलग कर रहे थे। सेना के लोगों की आईडी देखकर दनादन गोली मारी रहे थे। उनके सामने पांच बेटियों के पिता को गोली मारी गई। रेलवे पुलिस अधिकारी ने बताया है कि हमलावर लोगों से जाति पूछकर अलग अलग ग्रुप बना रहे थे और कह रहे थे कि उन्होंने सरकार के सामने मांगें रखी हैं, यदि उसने नहीं मानी तो किसी को नहीं छोड़ेंगे. एक की जान इस आधार पर बची कि वह बलूच था. बलूचों के साथ वो हमदर्दी दिखा रहे थे. बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता के हवाले से आशंका जताई है कि अब भी कुछ लोग आतंकियों के कब्जे में हो सकते हैं।

पाक सेना का दावा सबको मुक्त करा लिया

पाकिस्तानी अखबार द डान के मुताबिक इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन (ISPR) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी और सूचना मंत्री सत्ता तरार ने आपरेशन पूरा होने और सभी बंधकों के रिहा करायें जाने का ऐलान किया है। बकौल शरीफ सभी बचे हुए यात्रियों को बचा लिया गया है और 33 आतंकवादियों को मार गिराया गया है. ट्रेन में 440 यात्री सवार थे, यह कोई नहीं बता रहा है कि आतंकियों के कब्जे से कितने लोगों को मुक्त कराया गया है‌. एक रिपोर्ट यह है कि बंधक बनाये गये 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बल फ्रंटियर कोर के चार जवानों की हत्या कर दी गई है।

यह भी पढ़ें-

पाकिस्तान का दावा- सभी 33 बलूच लड़ाके ढेर, जाफर एक्सप्रेस का बचाव अभियान पूरा