नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का चुनाव चिन्ह ‘बैट’ (बल्ला) को अवैध करार दे दिया है. पाकिस्तान चुनाव आयोग की 5 मेंबर्स वाली बेंच ने पीटीआई से चुनाव चिन्ह छीनने का […]
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) का चुनाव चिन्ह ‘बैट’ (बल्ला) को अवैध करार दे दिया है. पाकिस्तान चुनाव आयोग की 5 मेंबर्स वाली बेंच ने पीटीआई से चुनाव चिन्ह छीनने का फैसला लिया है. इसके साथ ही इलेक्शन कमीशन ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ में होने वाले चुनावों को भी अवैध बता दिया है. चुनाव आयोग के 11 पेज के फैसले में कहा गया है कि पीटीआई में नियमों के अनुसार चुनाव नहीं हो रहे थे.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीटीआई में इमरान खान के स्थान पर गौहर अली खान को चेयरमैन बनाया गया था. लेकिन अब पार्टी में चुनाव अवैध घोषित किए जाने के बाद गौहर अली खान से ये पद छिन गया है. बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने अपना फैसला सुनाने से पहले यह आश्वासन दिया था कि उसे देश में होने वाले आम चुनावों के लिए दूसरी पार्टियों के जैसे ही बराबर मौके मिलेंगे.
चुनाव आयोग के फैसले पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है. पीटीआई ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि वो पाकिस्तान के आम चुनाव में जरूर जीत दर्ज करेगी. पीटीआई हर स्तर पर चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ अपील करेगी. इसके साथ ही पीटीआई ने यह भी दावा कि उनकी पार्टी के सभी उम्मीदवार बल्ले के चिन्ह के साथ ही चुनाव में उतरेंगे.
बता दें कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में 8 फरवरी 2024 को आम चुनाव होंगे. इमरान खान की पीटीआई अगर चुनाव तक कोई चिन्ह हासिल नहीं कर पाती है तो पार्टी के नेताओं को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में उतरना होगा. ऐसी स्थिति में अगर इमरान के समर्थक चुनाव जीत भी जाते हैं तो वे पीटीआई में शामिल नहीं हो पाएंगे. क्योंकि पाकिस्तान में निर्दलीय उन्हीं पार्टियों में शामिल हो सकते हैं जो चुनाव आयोग में रजिस्टर्ड हो. ऐसे में उन सभी को किसी और दल का हाथ थामना पड़ सकता है.