नई दिल्ली: राहत फतेह अली खान पाकिस्तान फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के रडार पर तब आए जब उनके गुप्त बैंक खातों के बारे में पता चला, जिनमें 6 करोड़ रुपये से अधिक राशि है. मशहूर गायक राहत फतेह अली खान पाकिस्तान फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के रडार पर तब आए जब उनके गुप्त बैंक खातों […]
नई दिल्ली: राहत फतेह अली खान पाकिस्तान फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के रडार पर तब आए जब उनके गुप्त बैंक खातों के बारे में पता चला, जिनमें 6 करोड़ रुपये से अधिक राशि है.
मशहूर गायक राहत फतेह अली खान पाकिस्तान फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू के रडार पर तब आए जब उनके गुप्त बैंक खातों के बारे में पता चला, जिनमें 6 करोड़ से अधिक राशि है. रिपोर्ट्स के अनुसार एफबीआर ने राहत फतेह अली खान पर 4.3 करोड़ रुपये का टैक्स ठोका है, इन रकम को पूरा करने के लिए एक महीने का समय दिया है. समा टीवी ने कहा है कि एफबीआर ने प्राप्त किया है कि राहत फतेह अली खान के पास कई गुप्त खाते हैं. फिलहाल उन्होंने दावा किया कि उनके केवल दो बैंकों में खाते हैं.
एफबीआर ने राहत फतेह अली खान से लेन-देन के बारे में पुछ-ताछ किया, कोई संतोषजनक उतर न मिलने के बाद, उन्होंने उन्हें 1 महीने के भीतर 4.3 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार ने अमीरों पर बजट डाल कर गरीबों पर आर्थिक बोझ कम करने का फैसला किया है.
संघीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद इस्लामाबाद में मीडिया से बात करते हुए अपना बयान दिया कि बजट में हमने जो नीति बनाई है वह यह है कि हमने गरीबों पर बोझ हल्का करने के लिए किया है. हम यह नियम संपन्न नागरिकों पर कर लगाएंगे ताकि गरीबों को आश्वासन दिया जा सके. सरकार अलग-अलग उपाय करके उन गरीबों को राहत दे रही है, इसलिए सरकार अमीरों पर टैक्स लगा रही है.
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