नई दिल्ली: POK को लेकर अब पाकिस्तान ने ही कबूलनामा कर लिया है कि वो उसका हिस्सा नहीं है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के उच्च न्यायालय में सरकारी वकील ने दावा किया कि PoK एक विदेशी इलाका है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के एक कवि अहमद फरहाद के गुमशुदगी वाले केस की सुनवाई के […]
नई दिल्ली: POK को लेकर अब पाकिस्तान ने ही कबूलनामा कर लिया है कि वो उसका हिस्सा नहीं है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के उच्च न्यायालय में सरकारी वकील ने दावा किया कि PoK एक विदेशी इलाका है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के एक कवि अहमद फरहाद के गुमशुदगी वाले केस की सुनवाई के समय पाक के सरकारी वकील ने ये बात कही।
दरअसल, अहमद फरहाद को एक मामले में POK की हिरासत में डाल दिया गया था। इसके बाद उनकी फैमिली और मानवाधिकार संगठनों ने एक केस इस्लामाबाद हाई कोर्ट में दायर किया था। इस केस को खत्म करने के लिए सरकार की तरफ से अदालत में याचिका दायर की गई थी, जिस पर उच्च न्यायालय के जस्टिस ने कहा था कि मामले की सुनवाई अहमद फरहाद को कोर्ट में पेश करने के बाद होगी, जो कि पीओके में बंद हैं। जज की इस मांग पर सरकारी वकील ने हैरान कर देने वाला दावा किया।
जज ने जब कवि अहमद फरहाद को अदालत में पेश करने के लिए कहा तो सरकारी वकील ने कहा कि उसे इस्लामाबाद अदालत के सामने नहीं लाया जा सकता क्योंकि वे आजाद कश्मीर में बंद हैं और वो हमारा अधीन नहीं है बल्कि एक विदेशी इलाका है। अहमद फरहाद के परिवार का कहना है कि वे पीओके की जेल में फरहाद से मिलने गए थे लेकिन वे उन्हें वहां मिलने नहीं दिया गया। जिसके बाद उन्होंने इस्लामाबाद कोर्ट की ओर रूख किया था।
सरकारी वकील की इस दलील से जज हैरान हो गए और उन्होंने सवाल किया कि अगर कश्मीर एक आजाद इलाका है तो फिर वहां पाकिस्तान की सेना और पुलिस क्यों जाती है। बता दें कि भारत PoK को अपने देश का अभिन्न अंग मानता है, जबकि पाकिस्तान में इसे आजाद कश्मीर बोला जाता है, लेकिन वहां का प्रशासन पाकिस्तान ही संभालता है। भारत इसको PoK कहता है, जबकि विश्व के कई मुल्क इसको पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कहते हैं।
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