Operation Ganga नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन में छिड़ी जंग के बीच अब सुमी में फंसे भारतीयों को निकालने (Operation Ganga) का सिलसिला भी जोर पकड़ चुका है. मौजूदा जानकारी के अनुसार यूक्रेन के सुमी से मेडिकल छात्रों को तेज़ी से निकालने का काम किया जा रहा है. बता दें कि उनके साथ रेड क्रॉस […]
नई दिल्ली, रूस और यूक्रेन में छिड़ी जंग के बीच अब सुमी में फंसे भारतीयों को निकालने (Operation Ganga) का सिलसिला भी जोर पकड़ चुका है. मौजूदा जानकारी के अनुसार यूक्रेन के सुमी से मेडिकल छात्रों को तेज़ी से निकालने का काम किया जा रहा है. बता दें कि उनके साथ रेड क्रॉस और भारतीय दूतावास के आधिकारिक लोग भी हैं. सुमी में अभी कुल 700 छात्र फंसे हैं. खबर है कि लगातार हो रही रूसी गोलाबारी के चलते इन छात्रों को निकला नहीं जा सका.
सूमी में फंसे (छात्रों और नागरिकों) लोगों को Poltava और Belgorod पहुंचाया जाएगा. जहाँ, हवाई, रेल और रोड ट्रांसपोर्ट से सभी को सुरक्षित कुछ चुनिंदा स्थानों पर भेज दिया जाएगा. वहीं, ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इन लोगों को दक्षिण की तरफ अस्थायी आवासों में भी जा सकता है. बताया जा रहा है कि भारतीय दूतावास की टीमें Poltava शहर में मौजूद थीं.
और वे यहाँ से लगातार लोगों को निकालने के काम में जुटे हुए हैं. दूसरी और सोमवार को पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन (Putin) से बात की थी, इसके बाद उन्होंने जब यूक्रेन के राष्ट्रपति से बात की थी तब इस बातचीत में सुमी में फंसे भारतीयों नागरिकों का भी जिक्र था. पीएम मोदी (PM Modi) ने भारतीय छात्रों को निकालने के लिए मदद का आग्रह किया था. और ऐसे में अब जब रूस ने खुद सामने आकर मानवीय गलियारे बनाने की बात कही तो यूक्रेन भी उसका पूर्ण रूप से समर्थन करता हुआ नज़र आया.
बता दें इससे पहले सूमी से ही भारतीय छात्रों ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि ये उनका आखिरी वीडियो है, साथ ही छात्रों ने इस वीडियो में सरकार और दूतावास के प्रति नाराज़गी जताई थी.