J&K : Organization of Islamic Cooperation (OIC) के जनरल सेक्रेटरी हिसान ब्राहिम ताहा ने PoK का तीन दिन के लिए दौरा किया था और कश्मीर पर अपना बयान भी जारी किया था. जिसके बाद भारत ने भी इस मामले पर OIC को अपना कोरा जवाब दिया है. इस खबर के ज़रिये आपको इत्तिला देते हैं […]
J&K : Organization of Islamic Cooperation (OIC) के जनरल सेक्रेटरी हिसान ब्राहिम ताहा ने PoK का तीन दिन के लिए दौरा किया था और कश्मीर पर अपना बयान भी जारी किया था. जिसके बाद भारत ने भी इस मामले पर OIC को अपना कोरा जवाब दिया है. इस खबर के ज़रिये आपको इत्तिला देते हैं कि हमारे देश ने OIC को जवाब में क्या कहा है और बीते दिन OICने कश्मीर को लेकर क्या कुछ कहा था?
हिसन ब्राहिम ताहा ने कहा था कि “OIC कश्मीर मुद्दे को हल करने के लिए बातचीत का खाका तैयार कर रहा है. ऐसा करने के लिए, हम पाकिस्तान और बाकी के मुल्क़ों के साथ राबता करेंगे। इसके लिए ज़रूरी है कि हम कश्मीर मुद्दों को भी सुलझाएं और बाततीच का ज़रिया तलाशे। ”
भारत के विदेश मंत्रालय के स्पीकर अरिंदम बागची ने इस मामले में OIC को करारा जवाब देते हुए कहा कि भारत के अंदरूनी मसलों में किसी तरह का दखलंदाज़ी करने की कोशिश नाकाबिले कुबूल है. OIC और उसके जेनेरल सेक्रेटरी इसकी पुरजोर नाकाम कोशिश कर रहे हैं.”
अरिंदम बागची ने कहा “OIC पहले से ही कम्युनल है. मुद्दों पर ग़लत नज़रिये अपनाकर वह पहले से ही अपनी क़ाबिलियत खो चुका है. बदकिस्मती है कि इसके महासचिव पाकिस्तान के भोंपू बन कर रह गए हैं.”
विदेश मंत्रालय ने कहा, “स्पीकर के मुताबिक़ मैं भी कहता हूँ कि OIC के पास जम्मू और कश्मीर से मुताल्लिक मामलों में किसी भी तरीके की दखलंदाज़ी करने का कोई हक़ नहीं है. जम्मू और कश्मीर देश का का अटूट हिस्सा है. भारत और जम्मू-कश्मीर में सरहद पार दहशतगर्दी फ़ैलाने के पाकिस्तानी नापाक एजेंडे को बाहर कर देना चाहिए.”
आपको बता दें, IOC मुस्लिम बाहुल्य मुल्कों का समूह है जिसका पूरा नाम Organization of Islamic Cooperation (OIC) है. ऐसा कहा जाता है कि इसमें सऊदी अरब जैसे देशों का दबदबा है. OIC का हेडक्वार्टर जेद्दाह में है. इसमें सिर्फ इस्लामिक मुल्क़ ही शामिल हो सकते हैं. इसका मक़सद दुनिया के मुसलमानों की नेक नियत से सुरक्षा करना है.
आपको बता दें, यह OIC वही है जिसने इस साल अक्टूबर में, पाकिस्तान का खुलेआम साथ देते हुए ट्वीट किया था और कहा था कि “जम्मू और कश्मीर पर 75 वर्षों तक भारत ने गलत तरीके से कब्ज़ा किया हुआ है.”
इतना ही नहीं, इसके बाद भी जून में, OIC ने भारत के ख़िलाफ़ ज़बानी ज़हर उगलते हुए कहा था कि “भारत के राज्यों में तालीमी इदारो में हिजाब पर पाबंदी लगाने… मुसलमानों के घर में बुलडोजर चलाने के अलावा उनके हिंसा बढ़ाने की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा हैं.”