Bangladesh Economic Crisis: नई दिल्ली। भारत का एक और पड़ोसी देश पर आर्थिक संकट छा गया है। श्रीलंका के बाद अब बांग्लादेश पर भी आर्थिक संकट के बादल मंडरा रहे है। देश ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के प्रयासों के बीच विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक (ADB) से 2 अरब डॉलर की […]
नई दिल्ली। भारत का एक और पड़ोसी देश पर आर्थिक संकट छा गया है। श्रीलंका के बाद अब बांग्लादेश पर भी आर्थिक संकट के बादल मंडरा रहे है। देश ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के प्रयासों के बीच विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक (ADB) से 2 अरब डॉलर की मांग की है।
बता दें कि बांग्लादेश की 416 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वर्षों से दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था रही है, लेकिन पिछले कई पांच महीनों से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बढ़ती ऊर्जा और खाद्य कीमतों ने इसके आयात बिल और चालू खाते के घाटे को बढ़ा दिया है। जिससे देश पर आर्थिक संकट बढ़ गया है।
बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बांग्लादेश सरकार ने एडीबी और विश्व बैंक को चिट्ठी लिखकर 1 अरब डॉलर की मांग की है। वहीं पिछले हफ्ते ही वित्त मंत्री ने आईएमएफ से मदद की गुहार लगाई थी। जिसपर IMF ने कहा था कि वो बांग्लादेश के कर्ज मांगने के अनुरोध को लेकर चर्चा करेगा। बांग्लादेशी मीडिया ने कुछ दिन पहले ही एक रिपोर्ट में बताया था कि देश अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से 4.5 अरब डॉलर चाहता है, जिसमें बजटीय और भुगतान संतुलन सहायता शामिल है।
गौरतलब है कि बांग्लादेश का कपड़ा उद्योग दुनिया में चीन के बाद नंबर 2 निर्यातक है। लेकिन इस वक्त इस उद्योग पर भी संकट के बाद छाये हुए है। फैशन ब्रांड टॉमी हिलफिगर की कंपनी पीवीएच कॉर्प और इंडिटेक्स एसए की ज़ारा के आपूर्तिकर्ता प्लमी फैशन लिमिटेड ने बताया कि जुलाई में मिले नए ऑर्डर पिछले साल तुलना में लगभग 20% कम है।