नई दिल्ली: उत्तर कोरिया की विधायिका ने अपने देश की स्थिति को परमाणु हथियार शक्ति के रूप में सवैंधानिक दर्जा देने का फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग उन ने राज्य पीपुल्स असेंबली की बैठक में इस मसले को लेकर संबोधित किया. रिपोर्ट के मुताबिक किम ने कहा डीपीआरके की परमाणु निर्माण […]
नई दिल्ली: उत्तर कोरिया की विधायिका ने अपने देश की स्थिति को परमाणु हथियार शक्ति के रूप में सवैंधानिक दर्जा देने का फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग उन ने राज्य पीपुल्स असेंबली की बैठक में इस मसले को लेकर संबोधित किया. रिपोर्ट के मुताबिक किम ने कहा डीपीआरके की परमाणु निर्माण नीति को देश के कानून के रूप में स्थायी बना दिया गया है. जिसका उल्लंघन करने की अनुमति किसी को भी नहीं है. बता दें डीपीआरके उत्तर कोरिया नाम का संक्षिप्त रूप है.
उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियार नीति को संवैधानिक दर्जा दे दिया है. उसका हथियारों से प्रेम कोई पहली बार नहीं दिखा है कई मौकों पर उत्तर कोरिया को हथियारों का परिक्षण करते हुए देखा जाता है. बता दें कि नार्थ कोरिया ने साल 2023 में अब तक कई प्रतिबंधित हथियारों का परीक्षण किया है. 13 सितंबर को उसने आखिरी बार दो छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था. बता दें कि उत्तर कोरिया के बार-बार हथियारों के परीक्षण के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने भी रक्षा सहयोग बढ़ाया है.
उत्तर कोरिया ने इस साल बहुत बड़ी संख्या में हथियारों का परीक्षण किया है. जिसकी वजह से संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ उसके रिश्ते और तनावपूर्ण हो गए हैं. विदेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया अभी और भी परमाणु हथियारों का परिक्षण कर सकता है.
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