टोक्यो: उत्तर कोरिया अपने रवैये से हमेशा सुर्खियों में रहता है। उत्तर कोरिया विश्व के अन्य देशों की आपत्ति के बाद लगातार सैन्य हथियारों का परीक्षण करता रहा है। सैन्य परीक्षण के दौरान उत्तर कोरिया ने एक मिसाइल जापान के ऊपर से दाग दी। घटना के बाद जापान ने कड़ी आपत्ति जताई। जापान के ऊपर […]
टोक्यो: उत्तर कोरिया अपने रवैये से हमेशा सुर्खियों में रहता है। उत्तर कोरिया विश्व के अन्य देशों की आपत्ति के बाद लगातार सैन्य हथियारों का परीक्षण करता रहा है। सैन्य परीक्षण के दौरान उत्तर कोरिया ने एक मिसाइल जापान के ऊपर से दाग दी। घटना के बाद जापान ने कड़ी आपत्ति जताई।
उत्तर कोरिया ने अपने सैन्य परीक्षण के दौरान जापान के ऊपर से एक मिसाईल दाग दिया है। उत्तर कोरिया के किम जोंग उन की इस हरकत से जापान में खलबली मच गया। इस घटना पर जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण की निंदा की है। साथ ही सुरक्षा के नजरिए से जापान के कुछ इलाकों में ट्रेनों के संचालन पर रोक लगा दिया गया है। जारी रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर कोरिया ने 10 दिन में के अंदर पांचवा बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। ऐसे कयास हैं कि तानाशाह किम जोंग उन अपने पहले परमाणू परीक्षण के लिए कमर कस रहा है।
उत्तर कोरियाई मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरने के बाद जापान सकते में है। जापान सुरक्षा से जुड़ी सारे इंतजामात कर रहा है। मिसाईल गुजरने की जानकारी सबसे पहले जापानी तटरक्षक बल और दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ को मिली। सूचना मिलते ही जापान सकते में आ गया। उत्तरी जापान में बसे निवासियों को सुरक्षित जगह पर ले जा रहे हैं। साथ ही उत्तर-पूर्वी होक्काइडो और आओमोरी क्षेत्रों में ट्रेन सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक लगा दिया गया है।
गौरतलब है कि 2017 में उत्तर कोरिया ने ऐसी हरकत की थी जब उसने जापान के ऊपर से मिसाइल दागी थी। जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने उत्तर कोरिया के इस लापरवाही भरे कदम को ‘बर्बर’ कहा है। वहीं योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने कड़ी कारवाई करने की चेतावनी दी है। इस घटना के बाद जापान और दक्षिण कोरिया ने अपने- अपने देश में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है।
जापान के सार्वजनिक प्रसारक एनएचके ने बताया कि उत्तर कोरियाई मिसाइल लगभग 4,000 किलोमीटर तक उड़ान भरी। इस दौरान करीब 1,000 किलोमीटर की ऊंचाई तक गई, जो कि लगभग 22 मिनट हवा में रहने के बाद प्रशांत महासागर में गिरी। इसे चीनी सीमा के पास से उत्तर दिशा की ओर लॉन्च किया गया था।
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