अस्पतालों में बेड नहीं, ऑक्सीजन-बिजली के लिए हाहाकार…. जानिए कोरोना से ग्रस्त चीन की भयावह सच्चाई

नई दिल्ली: चीन के हेबेई प्रांत में फिर से कोरोना संक्रमण फैलने से भयावह स्थिति पैदा हो गई है। यहाँ के अस्पताल मरीजों को लेने से मना कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि स्थिति भयावह है. जो पहले से अस्पताल में हैं, वे अस्पताल की बेंच और फर्श पर सोकर इलाज करवाते हैं। यह सब […]

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अस्पतालों में बेड नहीं, ऑक्सीजन-बिजली के लिए हाहाकार…. जानिए कोरोना से ग्रस्त चीन की भयावह सच्चाई

Amisha Singh

  • December 26, 2022 4:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: चीन के हेबेई प्रांत में फिर से कोरोना संक्रमण फैलने से भयावह स्थिति पैदा हो गई है। यहाँ के अस्पताल मरीजों को लेने से मना कर रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि स्थिति भयावह है. जो पहले से अस्पताल में हैं, वे अस्पताल की बेंच और फर्श पर सोकर इलाज करवाते हैं। यह सब तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के नए म्यूटेंट के संक्रमण के कारण हो रहा है। इसी वजह से पूरी दुनिया की चिंताएं बढ़ गई हैं। आपको बता दें कि चीन ने हाल ही में ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ खत्म की थी, इसलिए देश भर में कोरोना वायरस के नए म्यूटेंट फैल गए हैं.

चीन ने उठाया था ये कदम

चीन ने कुछ दिनों पहले अपना लंबा क्वारंटीन, लॉकडाउन और जरूरी टेस्टिंग खत्म की। इस वजह से, चीन कोरोना की पहली राष्ट्रव्यापी लहर से जूझ रहा है, जिसमें अस्पताल की आईसीयू भरी हुई हैं। इन सबके बावजूद चीन ने अभी तक कोरोना से एक भी मौत नहीं दिखाई है, जबकि यहां के श्मशान घाट भरे हुए हैं और लंबी-लंबी लाइनें कोरोना की भयावहता को दर्शाती हैं.

यहाँ फ़ैल रहा है सबसे ज़्यादा कोरोना

हेबेई में बुजुर्गों में कोरोना का संक्रमण ज्यादा फैल रहा है। इस वजह से सूबे के अस्पतालों के इंटेंसिव केयर यूनिट और श्मशान घाट भरे हुए हैं. खबरों के मुताबिक, आईसीयू में अत्यधिक भीड़ होने के कारण एंबुलेंस को अस्पताल से वापस ले जाया जा रहा है। एक स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने एक मरीज के रिश्तेदार से कहा: ‘कोरिडोर में अब बिजली या ऑक्सीजन नहीं है। अगर आप मरीज को ऑक्सीजन नहीं दे सकते तो आप उसे कैसे बचा सकते हैं? यदि आप देर नहीं करना चाहते हैं, तो एम्बुलेंस को तुरंत दूसरी जगह ले जाएं”.

 

मौत के आंकड़े बढ़े

 

कुछ एंबुलेंस सीधे श्मशान घाट की ओर जाती दिख रही हैं। झोउझोउ (जगह का नाम) के श्मशान घाट की भट्टियां हद से ज्यादा जलाई जा रही हैं क्योंकि वहाँ पर काम करने वाले पिछले एक सप्ताह में मौतों में वृद्धि से निपटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक कर्मचारी के अनुसार, श्मशान में काम करने वाले एक कर्मचारी का अनुमान है कि प्रति दिन 20 से 30 शव जलाए जाते है साथ ही शंघाई के पास बड़े औद्योगिक प्रांत झेजियांग में हर दिन करीब एक लाख नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. आगामी दिनों में यह तादाद दोगुनी होने की उम्मीद है।

 

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