नई दिल्ली। अफगानिस्तान में जबसे तालिबान का राज आया है महिलाओं की स्थिति बदतर होती जा रही है। पहले उनसे पढ़ने-लिखने का हक़ छीन लिया गया और अब नया फरमान जारी हुआ है। दरअसल तालिबान ने अब महिलाओं के बोलने पर भी पाबन्दी लगा दी गई है। चेहरा पूरा ढाका हो तालिबान के अफगानिस्तान के […]
नई दिल्ली। अफगानिस्तान में जबसे तालिबान का राज आया है महिलाओं की स्थिति बदतर होती जा रही है। पहले उनसे पढ़ने-लिखने का हक़ छीन लिया गया और अब नया फरमान जारी हुआ है। दरअसल तालिबान ने अब महिलाओं के बोलने पर भी पाबन्दी लगा दी गई है।
तालिबान के अफगानिस्तान के सत्ता पर काबिज होते हुए 3 साल हो गए। अब उन्होंने नया कानून थोपते हुए कहा है कि महिलाएं अब सार्वजनिक जगहों पर न ही बात कर सकती हैं और न ही अपना चेहरा दिखा सकती हैं। इस कानून को नैतिकता का बढ़ावा देने वाला बताकर लागू किया गया है। सर्वोच्च नेता अखूनदजद ने बुधवार को इसको मंजूरी दे दी।
मंत्रालय के प्रवक्ता मौलवी अब्दुल गफर फारूक ने गुरुवार को कहा कि यह इस्लामी कानून बुराई को खत्म करने में मददगार साबित होगा। नए नियमों के तहत घर से बाहर निकलने पर महिलाएं पूरी तरह से ढकी हुई रहेंगी। वो चटक रंग के कपड़े नहीं पहन सकती। पुरुषों के साथ बातचीत नहीं कर सकती। संगीत में नहीं भाग ले सकती। यदि महिलाएं कानून को नहीं मानती है और व्यभिचार करती हैं तो उन्हें सरेआम कोड़े मारे जायेंगे। पत्थर मारकर मौत दी जाएगी।
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