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Nepal Plane Crash: 10 मिनट में पहुंची थी रेस्क्यू टीमें, इक्विपमेंट की कमी के कारण गई जानें?

नई दिल्ली : रविवार (15 जनवरी) को नेपाल में हुआ विमान हादसा इस समय पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचे हुए है. इस हादसे में 72 लोगों के मारे जाने की खबर है. इन लोगों में क्रू, यात्री और पायलेट शामिल हैं. फिलहाल 70 डेड बॉडी बरामद की गई हैं और 2 लोग अभी […]

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Nepal Plane Crash: 10 मिनट में पहुंची थी रेस्क्यू टीमें, इक्विपमेंट की कमी के कारण गई जानें?
  • January 17, 2023 5:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : रविवार (15 जनवरी) को नेपाल में हुआ विमान हादसा इस समय पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचे हुए है. इस हादसे में 72 लोगों के मारे जाने की खबर है. इन लोगों में क्रू, यात्री और पायलेट शामिल हैं. फिलहाल 70 डेड बॉडी बरामद की गई हैं और 2 लोग अभी भी लापता हैं. इस दुर्घटना को आज तक की सबसे खतरनाक दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है. लेकिन इस घटना ने नेपाल में रेस्क्यू संसाधनों की भारी कमी और आपातकालीन स्थिति से निपटने की तैयारीयों में कमी को दुनिया के सामने ला रखा है.

चुनौतीपूर्ण था रेस्क्यू

जानकारी के अनुसार जब यह विमान क्रैश हुआ तो नेपाली सुरक्षाबल महज 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गया था. लेकिन इस दौरान उन्हें इक्विपमेंट की कमी देखनी पड़ी. बता दें, रविवार को हुए इस हादसे में येति एयरलाइंस का विमान काठमांडू से पोखरा जा रहा था. चार क्रू मेंबर्स समेत 72 लोग इस विमान में सवार थे. इसी बीच वह सेती नदी की खाई में जा गिरा. अब तक 70 लोगों के शव बरामद किए हैं. इस हादसे को लेकर नेपाल की माडिया ‘द काठमांडू पोस्ट’ की एक रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि क्रैश के 10 मिनट बाद नेपाल पुलिस और आर्म्ड पुलिस फोर्स और सेना की टुकड़ी मौके पर पहुँच गई थी.

लेकिन इस टीम के पास वाटर सोर्स और अन्य आवश्यक इक्विपमेंट नहीं थे. यह सभी इमरजेंसी रेस्क्यू अभियान के लिए बेहद जरूरी होते हैं. आस पास की जगह में भीषण आग लगी हुई थी. ऐसे में रेस्क्यू टीम को उस जगह तक पहुँचने में भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा. आस पास धुंए से दृश्यता शून्य हो गई थी.

हादसे को लेकर नेपाल सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल कृष्ण प्रसाद भंडारी ने मीडिया को बताया था कि ऊबड़-खाबड़ इलाके में यह दुर्घटनास्थल था, इसलिए बचाव अभियान चुनौतीपूर्ण हो गया था. रेस्क्यू टीम को गहरी खाई में उतरना था जो कि और जोखिमभरा था. लेकिन उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि यह रेस्क्यू और भी प्रभावी हो सकता था. क्योंकि नेपाल में बचाव उपकरणों की कमी है हालांकि नेपाल की सेना, सशस्त्र पुलिस बल, नेपाल पुलिस बचाव कार्यों को लेकर अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं.

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