Nawaz Sharif Tweet on Imran Khan नई दिल्ली, Nawaz Sharif Tweet on Imran Khan पकिस्तान में विपक्ष द्वारा इमरान सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास पत्र डिप्टी स्पीकर ने पहले ही रद्द कर दिया गया था. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब संसद भी भंग हो चुकी है. बिगड़ते हालातों के बीच अब नवाज़ शरीफ […]
नई दिल्ली, Nawaz Sharif Tweet on Imran Khan पकिस्तान में विपक्ष द्वारा इमरान सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास पत्र डिप्टी स्पीकर ने पहले ही रद्द कर दिया गया था. राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद अब संसद भी भंग हो चुकी है. बिगड़ते हालातों के बीच अब नवाज़ शरीफ ने भी अपनी प्रतिक्रिया एक ट्वीट के माध्यम से दी है.
नवाज़ ने रविवार को पकिस्तान में हुई सत्ता की उठापठक को लेकर अपना ट्वीट साझा किया है. इस ट्वीट में लिखा है, आज सत्ता के लालच में एक आदमी ने संविधान को रौंदा है. देश और देश के सामने अपने अहंकार को रखने वाले इमरान खान और इस साजिश में शामिल सभी षडयंत्रकारी पात्र गंभीर देशद्रोह के दोषी हैं जिस पर अनुच्छेद 6 लागू होता है. उन्होंने आगे कहा, पाकिस्तान की सत्ता के दुरुपयोग और संविधान के अपमान को ध्यान में रखा जाएगा.
اقتدار کی ہوس میں ڈوبے ھوۓ جنونی شخص نے آج آئین کو پاؤں تلے روندا۔ اپنی انا کو ملک و قوم پر مقدم رکھنے والے عمران خان اور اس سازش میں ملوث تمام سازشی کردار سنگین غداری کے مجرم ہیں جن پر آرٹیکل 6 کا اطلاق ہوتا ہے۔ پاکستان کے ساتھ زیادتی اور آئین کی بے حرمتی کا حساب لیا جائے گا۔
— Nawaz Sharif (@NawazSharifMNS) April 3, 2022
बता दें, पाकिस्तान के लिए रविवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण रहा, यहाँ सुबह से ही काफी सियासी उठापटक मची रही. बता दें कि इमरान खान की सिफारिश के आधे घंटे के अंदर ही राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने संसद को भंग कर दिया, जिसके बाद से ही पाकिस्तानी संसद में विपक्ष का प्रदर्शन जारी है. वहीं, इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आर्मी ने भी अपना पक्ष साफ कर दिया है, आर्मी ने कह दिया कि इस मामले में आर्मी का कोई दखल नहीं होगा.
इसके अलावा पकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में विपक्ष द्वारा इस मामले को लेकर जाया जा चुका है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले में एक स्पेशल बेंच का गठन भी किया जा चुका है. जो इस मसले पर सुनवाई करेगी. उधर दूसरी ओर पकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी ये दावा करते नज़र आये कि पाकिस्तान में एक बार फिर इमरान खान की सत्ता वापस आएगी. बता दें अब पकिस्तान में संसद भंग होने के बाद महज 90 दिनों के भीतर ही चुनाव कराए जाने हैं.