September 17, 2024
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सुनीता विलियम्स को वापसी के लिए नया स्पेसक्राफ्ट क्यों नहीं भेज रहा NASA, कितना है अंतरिक्ष यात्रा का खर्च

  • WRITTEN BY: Anjali Singh
  • LAST UPDATED : August 25, 2024, 4:00 pm IST

नई दिल्ली: अंतरिक्ष में फंसे हुए अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी का इंतजार अभी लंबा होने वाला है। NASA ने साफ किया है कि उनकी धरती पर वापसी 2024 के अंत तक संभव नहीं है। इन दोनों अंतरिक्षयात्रियों को जून 2024 में स्पेस स्टेशन पर भेजा गया था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के चलते उनकी वापसी टल गई है।

स्टारलाइनर में क्यों आई समस्या

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल से अंतरिक्ष में गए थे, लेकिन इस कैप्सूल में प्रपल्शन सिस्टम में खराबी आ गई है। NASA के प्रमुख बिल नेल्सन ने कहा है कि इस खराबी के कारण स्टारलाइनर का उपयोग अब जोखिम भरा हो गया है। अब इन दोनों को वापस लाने के लिए स्पेसएक्स के रॉकेट का सहारा लिया जाएगा।

वापसी का प्लान क्या है

NASA ने बताया कि 2025 की शुरुआत में सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी के लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन मिशन का उपयोग किया जाएगा। इस मिशन के तहत नियमित अंतरिक्षयात्री रोटेशन होगा, जिसमें चार सीटों में से दो को इनके लिए रिजर्व रखा जाएगा।

अंतरिक्ष यात्रा पर कितना आता है खर्च?

अब सवाल उठता है कि स्पेस स्टेशन तक जाने का खर्च कितना होता है? यह खर्च रॉकेट और मिशन के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। उदाहरण के लिए:

रॉकेट लैब के इलेक्ट्रॉन स्मॉलसैट लॉन्चर का खर्च करीब 7.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर होता है।

स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट का खर्च लगभग 67 मिलियन अमेरिकी डॉलर आता है। इस क्रू लॉन्च में प्रति सीट लगभग 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर चार्ज किया जाता है।

डेल्टा IV हैवी रॉकेट का खर्च 350 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक हो सकता है।

NASA के SLS (स्पेस लॉन्च सिस्टम) के लिए 4.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का खर्च आता है।

अंतरिक्ष में लंबा समय

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 80 दिनों से ज्यादा समय से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। ये दोनों अनुभवी अंतरिक्षयात्री और पूर्व सैन्य परीक्षण पायलट हैं, लेकिन लंबे समय तक स्पेस में रहने से कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। 5 जून को शुरू हुई यह 8 दिन की यात्रा, तकनीकी गड़बड़ी के कारण अनिश्चित काल के लिए बढ़ गई है। NASA और अन्य एजेंसियां इस स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और इनके सुरक्षित लौटने की पूरी तैयारी की जा रही है।

 

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