नई दिल्ली, दुनिया की दो सुपरपावर अमेरिका और चीन की सेनाएं ताइवान के मसले पर आमने-सामने आ गई हैं, साउथ चाइना सी दोनों ही महाशक्तियों के बीच जंग का अखाड़ा बनता हुआ नज़र आ रहा है. अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी अब चीन पहुँच गई हैं, वहीं चीन ने इसपर कह दिया है कि […]
नई दिल्ली, दुनिया की दो सुपरपावर अमेरिका और चीन की सेनाएं ताइवान के मसले पर आमने-सामने आ गई हैं, साउथ चाइना सी दोनों ही महाशक्तियों के बीच जंग का अखाड़ा बनता हुआ नज़र आ रहा है. अमेरिकी संसद की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी अब चीन पहुँच गई हैं, वहीं चीन ने इसपर कह दिया है कि अमेरिका जुआ खेलकर बहुत बड़ी गलती कर रहा है और अब जो भी होगा उसकी ज़िम्मेदारी अमेरिका ही होगी. वहीं, अब दुनिया में परमाणु युद्ध का खतरा मंडरा रहा है, आइए जानते हैं कि क्यों नैंसी पेलोसी की यात्रा को लेकर दुनिया की सांसें थमी हुई हैं….
साल 1997 के बाद नैंसी पेलोसी अमेरिका की सबसे उच्च अधिकारी हैं जो ताइवान के दौरे पर पहुंची हैं और यही वजह है कि चीन बुरी तरह से भड़का हुआ है. चीन की सेना ने नैंसी पेलोसी को डराने के लिए ताइवान स्ट्रेट में जोरदार युद्धाभ्यास शुरू किया था, वहीं उसने इस इलाके में यात्री विमानों के आने-जाने पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. एशिया समेत दुनियाभर के शेयर बाजार इस समय अमेरिका-चीन के बीच युद्ध के डर से दहशत में हैं.
नैंसी पेलोसी ताइवान दौरे पर पहुँच गई हैं, अब विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की सेना नैंसी पेलोसी की यात्रा का चार तरीके से जवाब दे सकती है.
नैंसी पेलोसी का प्लेन ताइपे के एयरपोर्ट पर उतरते ही चीन और बौखला गया. चीन के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिका खतरनाक जुआ खेल रहा है और अब जो होगा उसकी सारी जिम्मेदारी अमेरिका की ही होगी, अमेरिका ने सारे विश्वास तोड़े हैं. चीन की सेना ने ऐलान किया है कि वह 2 अगस्त से लेकर 6 अगस्त तक युद्धाभ्यास करेगी, उधर, दूसरी और ताइवान और अमेरिकी सेना भी जोरदार तैयारी कर चुकी है.
कॉमनवेल्थ में भारत ने मनवाया लोहा, अब तक भारत ने हासिल किए इतने पदक