धर्मशाला/नई दिल्ली: अमेरिकी संसद की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी 2 दिन के भारत दौरे पर हैं. यहां वह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात करने वाली हैं. पेलोसी मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे हिमाचल कांगड़ा एयरपोर्ट पर लैंड हुईं. उनके साथ 6 अमेरिकी सांसदों का डेलिगेशन मौजूद है. बता दें […]
धर्मशाला/नई दिल्ली: अमेरिकी संसद की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी 2 दिन के भारत दौरे पर हैं. यहां वह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात करने वाली हैं. पेलोसी मंगलवार दोपहर करीब 12:30 बजे हिमाचल कांगड़ा एयरपोर्ट पर लैंड हुईं. उनके साथ 6 अमेरिकी सांसदों का डेलिगेशन मौजूद है.
बता दें कि 2017 में भी नैंसी दलाई लामा से मिलने के लिए भारत आई थीं. उस वक्त चीन ने अमेरिका को तिब्बत के मामले में दखल के खिलाफ सख्त चेतावनी दी थी. मालूम हो कि पेलोसी लंबे वक्त से तिब्बत की आजादी का समर्थन करती आई हैं.
इससे पहले अमेरिका ने 12 जून को अपनी संसद में तिब्बत से जुड़ा हुआ एक बिल पास किया गया है. इस महत्वपूर्ण एक्ट के जरिए अमेरिका दुनियाभर में तिब्बत को लेकर फैलाए गए चीनी झूठ का जवाब देगा. इसके साथ ही वो चीन और दलाई लामा के बीच बिना किसी शर्त के समझौता कराने का प्रयास भी करेगा.
‘रिजॉल्व तिब्बत एक्ट’ नाम का यह बिल बुधवार को अमेरिका की संसद के दोनों सदनों (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट) में पास हुआ था. बताया जा रहा है कि इस बिल के जरिए अमेरिका के अधिकारी चीन के तिब्बत को अपना हिस्सा बताने वाले उसके दावों को खारिज करेंगे.
गौरतलब है कि नैंसी पेलोसी वही नेता हैं, जिनके ताइवान दौरे का विरोध करते हुए चीन ने युद्ध की धमकी दे दी थी. ऐसे में तिब्बत को लेकर अमेरिकी बिल और दलाई लामा से अमेरिकी नेताओं की मुलाकात पर चीन का भड़कना तय है. चीन फिर से जंग की चेतावनी दे सकता है.
चीन अब मुझसे संपर्क करना चाहता है… तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का बड़ा बयान