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240 पन्ने वाली रहस्यमयी किताब, जिसे आज तक कोई नहीं पढ़ पाया

नई दिल्ली: हम सब जानते हैं कि यह दुनिया रहस्यों से भरी पड़ी है. कुछ रहस्यों को इंसान ने सुलझाने में सफलता हासिल भी कर ली है. लेकिन आज भी इस दुनिया में कई ऐसे रहस्य है, जिन्हें सुलझाना लगभग नामुमकिन है. आज हम आपको एक ऐसे ही रहस्यमयी किताब के बारे में बताएंगे, जिसमें […]

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240 पन्ने वाली रहस्यमयी किताब, जिसे आज तक कोई नहीं पढ़ पाया
  • February 11, 2023 8:32 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: हम सब जानते हैं कि यह दुनिया रहस्यों से भरी पड़ी है. कुछ रहस्यों को इंसान ने सुलझाने में सफलता हासिल भी कर ली है. लेकिन आज भी इस दुनिया में कई ऐसे रहस्य है, जिन्हें सुलझाना लगभग नामुमकिन है. आज हम आपको एक ऐसे ही रहस्यमयी किताब के बारे में बताएंगे, जिसमें 240 पन्ने हैं और उन्हें आज तक कोई नहीं पढ़ पाया है।

वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट पुस्तक

कार्बन डेटिंग के अनुसार इस रहस्यमयी पुस्तक को15वीं सदी में लिखा गया है, जो 600 साल से अधिक पुरानी है. इस किताब को हाथ से लिखकर तैयार किया गया है, लेकिन इस किताब में क्या लिखा है और कौन-सी भाषा में लिखा हुआ है, आज तक कोई नहीं समझ पाया है. इसका ‘वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट’ नाम रखा गया है. इस किताब में इंसान से लेकर पेड़-पौधों तक कई आकृति बनाए गए है।

धरती पर मौजूद पेड़ पौधे से नहीं खाते है मेल

वॉयनिक मैनुस्क्रिप्ट किताब में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि कुछ ऐसे भी पेड़-पौधों के आकृति बनाए गए हैं जो धरती पर मौजूद किसी भी पेड़ पौधे से बिल्कुल मेल नहीं खाते हैं. इस किताब का नाम इटली के एक बुक डीलर विलफ्रीड वॉयनिक के नाम पर रखा गया है. कहा जाता है कि इस रहस्यमयी किताब को 1912 में उन्होंने खरीदा था।

किताब में हुआ करते थे कई पन्ने

कहा जा रहा है कि इस किताब में कई पन्ने हुआ करते थे, लेकिन बढ़ते समय के अनुसार कई पन्ने खराब हो गए. फिलहाल इस किताब में 240 पन्ने शेष बचे हुए हैं. इस किताब के बारे में कुछ खास पता तो नहीं चल पाया है, लेकिन इतना जरूर पता चला कि कुछ शब्द लेटिन और जर्मन भाषा में है‌. कई लोगों का कहना है कि इस किताब को इस तरह लिखा गया है कि इसके रहस्य को पढ़ न सके. इस किताब को लिखने वाला ही जानता होगा कि क्या लिखा है या हो सकता कि आने वाले दिनों में इस किताब को पढ़ा जा सके।

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