नई दिल्ली। इस्लाम में महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार नही है। ऐसे में ऐलान किया गया है कि एक देश बनाया जाएगा जहां मुस्लिम महिलाओं को पूरी आजादी होगी। यह देश अल्बानिया की राजधानी तिराना में बनाया जाएगा और इस देश के निर्माण की घोषणा एक मौलवी एडमंड ब्राहिमाज ने की है। मौलवी एडमंड […]
नई दिल्ली। इस्लाम में महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार नही है। ऐसे में ऐलान किया गया है कि एक देश बनाया जाएगा जहां मुस्लिम महिलाओं को पूरी आजादी होगी। यह देश अल्बानिया की राजधानी तिराना में बनाया जाएगा और इस देश के निर्माण की घोषणा एक मौलवी एडमंड ब्राहिमाज ने की है। मौलवी एडमंड बाबा मोंडी के नाम से दुनिया में मशहूर हैं। उनका कहना है कि अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो दुनिया को जल्द ही ऐसा पहला मुस्लिम देश मिल जाएगा जहां महिलाओं को आजादी होगी।
अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने कहा कि यह देश उनके देश की राजधानी तिराना में बनाया जाएगा, जिसमें बेक्ताशी परंपरा के नियमों और आदेशों का पालन किया जाएगा। ये नियम और आदेश 13वीं सदी में तुर्की में स्थापित एक शिया सूफी समुदाय ने तय किए थे। नया मुस्लिम देश करीब 27 एकड़ के क्षेत्र में बसाया जाएगा जो अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क के 5 ब्लॉक के बराबर होगा। यहां रहने वाले लोग शराब पी सकेंगे और महिलाएं भी पूरी तरह से स्वतंत्र होंगी। वे कुछ भी पहन सकेंगी और उन पर जीवनशैली को लेकर कोई प्रतिबंध नही होगा। इस देश की अपनी सीमाएं होंगी और इस देश के लोगों को पासपोर्ट दिए जाएंगे। इस देश में अलग सरकार होगी और अलग कानून बनाए जाएंगे।
अल्बानियाई प्रधानमंत्री रामा का कहना है कि अल्बानिया में बेक्ताशी परंपरा के नेता बाबा मोंडी हैं जिन्होंने अल्बानियाई सेना में रहकर देश की सेवा की है। आज वे दुनिया भर के मुसलमानों के बीच हाजी डेडे बाबा के नाम से मशहूर हैं। साथ ही इस मुस्लिम देश को बनाने का उद्देश्य इस्लाम के सहिष्णु संस्करण को बढ़ावा देना है जिस पर अल्बानिया को गर्व है। दुनिया को इस्लाम के उदार चेहरे से अवगत कराना होगा।
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