नई दिल्लीः बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद कट्टरपंथियों ने वहां हिंदुओं का कत्लेआम किया। इसका आरोप मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर लग रहा है। मोहम्मद यूनुस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मुख्यालय के बाहर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ है। शुक्रवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी पहुंचे और गुस्से में उनके खिलाफ […]
नई दिल्लीः बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद कट्टरपंथियों ने वहां हिंदुओं का कत्लेआम किया। इसका आरोप मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर लग रहा है। मोहम्मद यूनुस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मुख्यालय के बाहर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ है। शुक्रवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी पहुंचे और गुस्से में उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ उन्हें आतंकवादी कहा बल्कि उन्हें हिंदुओं का हत्यारा भी कहा। उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस हिंदुओं का हत्यारा है। ऐसे में उसे तुरंत वापस आकर पद से हट जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर लोगों ने ‘आतंकवादी, अल्पसंख्यकों का हत्यारा, हिंदुओं का हत्यारा यूनुस, वापस जाओ, पद छोड़ो’ के नारे भी लगाए।
प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा, “हम यहां एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ हैं जो निर्वाचित नहीं है और अवैध रूप से बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व कर रहा है। उसे (यूनुस) बांग्लादेश के 170 मिलियन लोगों की ओर से बोलने का कोई अधिकार नहीं है। मोहम्मद यूनुस संयुक्त राष्ट्र में बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 50 साल पहले इसी जगह पर राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर्रहमान ने बंगाली में दुनिया को संबोधित किया था और आज डॉ. यूनुस ने अंग्रेजी में अपना व्याख्यान दिया।”
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में कहा, “हमें रोहिंग्याओं को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने और उन्हें अपने अधिकारों के साथ अपने वतन लौटने का अवसर देने की आवश्यकता है। हम लोगों के मौलिक अधिकारों को बनाए रखने और उनकी रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा लक्ष्य है कि बांग्लादेश के लोग खुलकर बोलें। अपने विचार व्यक्त करें, बिना किसी डर के कहीं भी इकट्ठा हों, वोट दें और अपनी पसंद के लोगों को चुनें। हम न्यायपालिका की स्वतंत्रता और मीडिया की स्वतंत्रता के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। हमारे लक्ष्यों में अतीत की गलतियों को सुधारना भी शामिल है। हम एक मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।’