बांग्लादेशी हिन्दुओं का कहना है कि उन्हें मंदिरों में छुपकर रहना पड़ रहा है। किसी भी वक़्त जाहिल लोग उनपर हमला कर सकते हैं। अब इनका एक ही मकसद है कि किसी तरह हिन्दुओं का सफाया कर दे।
नई दिल्ली। 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर भागने के बाद से वहां पर हिंदू आबादी निशाने पर है। कट्टरपंथी मुस्लिम घरों में घुसकर महिलाओं की इज्जत लूट रहे हैं। हिन्दुओं को मारा जा रहा है। मंदिर निशाने पर हैं। वहां रह रहे हिन्दू बाहर निकलने पर पहनावा तक बदल ले रहे हैं। उनका कहना है कि बांग्लादेश में उनकी स्थिति पाकिस्तान से भी ज्यादा ख़राब है।
इंडियन मीडिया से बात करते हुए कई बांग्लादेशी हिन्दुओं का कहना है कि उन्हें मंदिरों में छुपकर रहना पड़ रहा है। किसी भी वक़्त जाहिल लोग उनपर हमला कर सकते हैं। अब इनका एक ही मकसद है कि किसी तरह हिन्दुओं का सफाया कर दे। शेख हसीना के जाने के बाद से भारत विरोधी ताकतें हावी हो गई है। हिन्दुओं का सांस लेना तक मुहाल कर दिया है। हिंदुओं की दुर्दशा को देखकर भारत में मोदी सरकार से मांग की जा रही है कि वो इस मामले में सीधा दखल दें।
बता दें कि चिन्मय स्वामी की गिरफ़्तारी के बाद से हिन्दुओं की स्थिति और खराब हुई है। सरकार से लेकर सेना और आम लोगों तक हिन्दुओं पर जगह अटैक कर रहे। हिन्दू संत चिन्मय कृष्ण दास को इस सप्ताह राजद्रोह के आरोप में एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ साथ 18 अन्य लोगों के खिलाफ 30 अक्टूबर को चटगांव के कोतवाली पुलिस थाने में FIR किया गया था। चिन्मय दास पर आरोप है कि उन्होंने न्यू मार्केट इलाके में हिंदू समुदाय की एक रैली को संबोधित करते हुए बांग्लादेश के राष्ट्रीय झंडे का अपमान किया था।
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