इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब जिले में गुस्साई भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में एक शख्स की हत्या कर दी। यह घटना ननकाना साहिब के वॉरबर्टन तहसील में हुई। पुलिस ने मृत व्यक्ति का नाम वारिस बताया है। सोशल मीडिया में वायरल हुई वीडियो में देखा जा सकता है कि वॉरबर्टन स्टेशन […]
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के ननकाना साहिब जिले में गुस्साई भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में एक शख्स की हत्या कर दी। यह घटना ननकाना साहिब के वॉरबर्टन तहसील में हुई। पुलिस ने मृत व्यक्ति का नाम वारिस बताया है। सोशल मीडिया में वायरल हुई वीडियो में देखा जा सकता है कि वॉरबर्टन स्टेशन के बाहर गुस्साए लोगों की भीड़ पुलिस से कथित ईशानिंदा के संदिग्ध को सौंपने की मांग कर रही है। इसी दौरान कुछ लोग भीड़ को शांति बनाते हुए कानून का पालन करने की सलाह भी दे रहे हैं।
घटना पर शेखूपुरा के रीजनल पुलिस अफसर बाबर सरफराज अल्पा ने बताया कि ये घटना शनिवार सुबह की है। उनका कहना था कि जिस व्यक्ति पर कुरान का अपमान करने का आरोप लगाया गया था, उसे लोगों ने पकड़ लिया और एक जगह पर ले जाकर बंद कर दिया। इसके बाद लोगों ने पुलिस को खबर दे दी। घटना के तुरंत बाद इलाके में अफवाह फैलनी शुरू हो गई, जब पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया तो भीड़ भी पीछे-पीछे चलने लगी। इसी दौरान गुस्साई भीड़ ने उस व्यक्ति को थाने से निकाल बाहर ले जाकर मार डाला ।
मामले पर आरपीओ शेखूपुरा बाबर सरफराज ने पाकिस्तान के निजी चैनल एआरवाई न्यूज से बात करते हुए कहा कि, पुलिस इससे पहले भी आरोपी को सन 2019 में इस आरोप के तहत गिरफ्तार कर चुकी है, मगर वो जून 2022 में बरी हो गया था।
घटना पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने फिलहाल जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि पुलिस ने हिंसक भीड़ को क्यों नहीं रोका? देश में किसी को भी कानून को तोड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
इस बीच घटना पर आईजी पंजाब डॉक्टर उस्मान अनवर ने ननकाना साहिब में मॉब लिंचिंग की घटना का नोटिस लेते हुए डीएसपी ननकाना साहिब सर्कल नवाज विर्क और एसएचओ वॉरबर्टन पुलिस स्टेशन फिरोज भट्टी को निलंबित कर दिया है।
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