नई दिल्ली : सिख समुदाय के लिए पगड़ी का क्या मोल होता है ये बात हम सभी जानते है. दरअसल सिख धर्म में पगड़ी पहनना अनिवार्य माना गया है. इसे धार्मिक पहचान के तौर पर भी देखा जाता है. हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें अमेरिका-मैक्सिको की सीमा पर सिख समुदाय के […]
नई दिल्ली : सिख समुदाय के लिए पगड़ी का क्या मोल होता है ये बात हम सभी जानते है. दरअसल सिख धर्म में पगड़ी पहनना अनिवार्य माना गया है. इसे धार्मिक पहचान के तौर पर भी देखा जाता है. हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें अमेरिका-मैक्सिको की सीमा पर सिख समुदाय के कुछ लोगों की पगड़ी उतरवाई गई.
दरअसल हाल ही के दिनों में अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर रिकॉर्ड संख्या में कुछ भारतीय प्रवासी पकड़े गए थे. जिनमें से अधिकांश लोग भारत के पंजाब से थे. इनमें से कई लोग सिख समुदाय से ताल्लुक रखते थे. जानकारी के अनुसार करीब जांच के दौरान सीमा पर अधिकारीयों ने करीब 50 प्रवासियों की पगड़ियाँ उतरवा ली. मामले में अमेरिकी अधिकारीयों का कहना है कि मैक्सिको सीमा पर हिरासत में लिए गए सिखों की पगड़ी ज़ब्त करने से जुड़े आरोपों की जाँच कर रहे हैं. अमेरिकन सिविल लिबर्टीज़ यूनियन (एसीएलयू) ने सीमा पर सिख समुदाय से जुड़े लोगों की पगड़ी ज़ब्त किए जाने को क़ानून का गंभीर उल्लंघन बताया है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक इस बात का कोई स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है कि सिखों की इस पगड़ी से किसी भी प्रकार की सुरक्षा भंग भी हो रही थी की नहीं. एसीएलयू की वकील वैनेसा पिनेडा ने एक समाचार एजेंसी को दिए गए बयान में कहा है कि ‘ये सीमा पर मौजूदा हालात का हिस्सा है, जहां पर प्रवासियों के सामान को ज़ब्त कर लिया जाता है और बिना वजह बताए उसे फेंक देते हैं. वहीं दूसरी तरफ वॉशिंगटन पोस्ट में सीबीपी के अधिकारी मैग्नस के बयान में कहा गया है कि बॉर्डर एजेंसी अपने सभी कर्मियों से उम्मीद करती है कि वो सभी प्रवासियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार करें. अब इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है. बता दें, आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष अक्टूबर से लेकर अब तक अमेरिका-मैक्सिको सीमा पर 13 हज़ार भारतीय नागरिकों को हिरासत में लिया गया है.
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