नई दिल्ली: हमास और इजराइल के बीच पिछले 10 दिनों से युद्ध जारी है. जिसमें 3500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीते रविवार को फिर एक बार इजराइल के कई शहरों पर रॉकेट से हमला हुआ है. जिसकी वजह से अमेरिकी सीनेटरों की प्रेस वार्ता में देरी हो […]
नई दिल्ली: हमास और इजराइल के बीच पिछले 10 दिनों से युद्ध जारी है. जिसमें 3500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीते रविवार को फिर एक बार इजराइल के कई शहरों पर रॉकेट से हमला हुआ है. जिसकी वजह से अमेरिकी सीनेटरों की प्रेस वार्ता में देरी हो गई. इतना ही नहीं लेबनान में तैनात किए गए संयुक्त राष्ट्र सैनिकों के बेस पर भी रॉकेट से हमला किया गया है. राहत की बात यह है कि इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल के होलोन, तेल-अवीव, रामत गण, बीट डेगन और रिशोन लेजियन शहरों में बीते रविवार की देर शाम सायरन की आवाज सुनाई दी. इजराइल में सायरन का मतलब है शहर पर हमला. सायरन की आवाज सुनते ही लोग तहखानों की तरफ भाग गए. जिसकी वजह से शाम 7 बजे अमेरिकी सीनेटरों की निर्धारित प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक रॉकेट हमले में अभी तक जान माल का कितना नुकसान हुआ है इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
अमेरिकी सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर (डी-एनवाई) के साथ सीनेटर जैकी रोसेन (डी-एनवी), सीनेटर बिल कैसिडी (आर-एलए), सीनेटर मार्क केली (डी-एजेंड) और सीनेटर मिट रोमनी (आर-यूटी) सहित अन्य सीनेटर इजराइल पहुंचे. इस दौरान अमेरिकी सीनेटर ने कहा कि रॉकेट हमले के कारण पत्रकारों के साथ अन्य लोगों को सुरक्षा के लिहाज से तहखानों की ओर जाना पड़ा.
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