अमेरिका में स्पाइडर मैन बनकर बच्चों के हॉस्पिटल की सफाई करने वाले एक शख्स को बच्चों के अश्लील वीडियो बनाकर उसे ऑनलाइन बेचने के आरोप में कोर्ट ने 105 साल की सजा सुनाई है. यह शख्स स्पाइडर मैन बनकर पहले बच्चों का अश्लील वीडियो बनाता था फिर उसे ऑनलाइन बेच देता था. अदालत ने इस मामले में उसे दोषी मानते हुए 105 साल की सजा सुनाई. साथ ही उसे पीड़ित बच्चों को 31 हजार डॉलर यानी करीब 20 लाख रुपए का हर्जाना भी देने को कहा. स्पाइडर मैन, जराट टर्नर
वॉशिंगटन. अमेरिका के नैशविले में रहने वाले जराट टर्नर को कोर्ट ने 105 साल की सजा सुनाई है. 36 साल का जराट टर्नर बच्चों की पोर्नोग्राफी करने और आपत्तिजनक वीडियोज बेचने के मामले में दोषी पाया गया है. चाइल्ड पोर्नोग्राफी में पकड़े जाने पर उसे उम्रकैद से भी ज्यादा यानी 105 साल की जेल के साथ-साथ 31 हजार डॉलर यानी करीब 20 लाख रुपये का हर्जाना पीड़ित बच्चों को देने के लिए कहा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक शख्स स्पाइडर मैन बनकर बच्चों का अश्लील वीडियो बनाता था फिर उन वीडियोज को वह ऑनलाइन बेच देता था.
कोर्ट ने सबूतों के आधार पर पाया कि टर्नर स्पाइडर मैन बनकर बच्चों का अश्लील वीडियो बनाता था और फिर उन वीडियोज को वह ऑनलाइन बेच देता था. खबरों के मुताबिक़ टर्नर ने कई वीडियोज इंटरनेट पर अपलोड किए और लिखा कि मुझे बच्चे सबसे ज्यादा प्यारे लगते हैं और उम्मीद करता हूं है कि आपको भी ये वीडियो देखने के बाद इन पर प्यार आएगा.
बता दें कि टर्नर 2014 में उस वक्त सुर्खियों में आया था जब उसने पहली बार स्पाइडर मैन की ड्रेस पहनकर हॉस्पिटल के कांच साफ किए थे. इसके बाद उसे नैशविले का स्पाइडर मैन कहा जाने लगा था. टर्नर पर आरोप है कि उसने अपने घर की बेसमेंट में एक 10 साल की लड़की और 12 साल के लड़के का वीडियो बनाया. इस दौरान टर्नर ने बच्चों के साथ छेड़छाड़ भी की. बाद में उसने पोर्न वीडियोज इंटरनेट पर वायरल कर दिए थे.
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